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वक्फ कानून पर सुनवाई पर बोले निशिकांत दुबे, "...देश में धार्मिक युद्ध भड़काने के लिए सुप्रीम कोर्ट जिम्मेदार"

भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कहा, "...देश में धार्मिक युद्ध भड़काने के लिए सुप्रीम कोर्ट जिम्मेदार है।...
वक्फ कानून पर सुनवाई पर बोले निशिकांत दुबे,

भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कहा, "...देश में धार्मिक युद्ध भड़काने के लिए सुप्रीम कोर्ट जिम्मेदार है। सुप्रीम कोर्ट अपनी सीमा से बाहर जा रहा है...अगर हर बात के लिए सुप्रीम कोर्ट जाना है, तो संसद और विधानसभा का कोई मतलब नहीं है, इसे बंद कर देना चाहिए...।"

वक्फ संशोधन अधिनियम 2025 को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हो रही है और इस पर राजनीति भी चरम पर है। वक्फ पर कानून बन जाने के बाद भी अभी इसे लागू नहीं किया जा सकता।

निशिकांत दुबे ने कहा, "आप अपॉइंटिंग अथॉरिटी को निर्देश कैसे दे सकते हैं? राष्ट्रपति भारत के मुख्य न्यायाधीश को नियुक्त करते हैं। संसद इस देश का कानून बनाती है...आपने नया कानून कैसे बनाया? किस कानून में लिखा है कि राष्ट्रपति को तीन महीने के भीतर फैसला करना है? इसका मतलब है कि आप इस देश को अराजकता की ओर ले जाना चाहते हैं। जब संसद बैठेगी तो इस पर विस्तृत चर्चा होगी...।"

दुबे ने कहा, "अनुच्छेद 377 था, जिसमें समलैंगिकता को बहुत बड़ा अपराध माना गया था। ट्रंप प्रशासन ने कहा है कि इस दुनिया में केवल दो लिंग हैं, या तो पुरुष या महिला। फिर चाहे वह हिंदू हो, मुस्लिम हो, बौद्ध हो, जैन हो या सिख हो, सभी मानते हैं कि समलैंगिकता एक अपराध है। एक दिन सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हम इस मामले को खत्म करते हैं।

उन्होंने कहा, अनुच्छेद 141 के अनुसार, हम जो कानून बनाते हैं, वे निचली अदालत से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक लागू होते हैं। अनुच्छेद 368 के मुताबिक, संसद को सभी कानून बनाने का अधिकार है और सुप्रीम कोर्ट को कानून की व्याख्या करने का अधिकार है। सुप्रीम कोर्ट राष्ट्रपति और राज्यपाल से पूछ रही है कि वे बताएं कि उन्हें विधेयकों के संबंध में क्या करना है।

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