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क्या इन विवादित भाजपा नेताओं को भी सख्त संदेश देंगे पीएम मोदी

मध्य प्रदेश में निगमकर्मी की पिटाई मामले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सख्ती दिखाई है। भारतीय...
क्या इन विवादित भाजपा नेताओं को भी सख्त संदेश देंगे पीएम मोदी

मध्य प्रदेश में निगमकर्मी की पिटाई मामले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सख्ती दिखाई है। भारतीय जनता पार्टी के बैटमार विधायक आकाश विजयवर्गीय का नाम लिए बिना पीएम मोदी ने कहा है कि वह चाहे किसी का भी बेटा क्यों न हो, उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया जाना चाहिए।

दिल्ली में बीजेपी संसदीय दल की बैठक में भारतीय जनता पार्टी के बल्लामार विधायक आकाश विजयवर्गीय पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सख्ती दिखाई है। बिना नाम लिए पीएम मोदी ने कहा, 'किसी का भी बेटा हो, उसकी ये हरकत बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जिन लोगों ने स्वागत किया है, उन्हें पार्टी में रहना का हक नहीं है।‘

पीएम मोदी की नसीहत और भाजपा नेताओं की हरकतें

लोकसभा चुनाव में जीत के बाद पार्टी सांसदों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक खास नसीहत दी थी। यह नसीहत थी नाप-तौलकर और संयमित होकर बोलने की। पीएम मोदी ने कहा था कि टीवी के माइक सामने दिखते ही कुछ भी न बोलें, क्योंकि इससे पार्टी को बहुत नुकसान होता है। उन्होंने सांसदों को अखबारों की सुर्खियां बनने वाले बयानों से लेकर विवादित चीजों से दूर रहने की नसीहत दी थी। मगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इन नसीहतों के बाद भी पार्टी नेता बाज नहीं आ रहे।

सवाल यह है कि आकाश विजयवर्गीय की तरह क्या पीएम मोदी इन नेताओं को भी सख्त संदेश देंगे? कई मामलों में पीएम मोदी ने कुछ नहीं बोला लेकिन कई बार वह पार्टी नेताओं पर अप्रत्यक्ष टिप्पणी करते नजर आते हैं। हाल ही में गोडसे को लेकर प्रज्ञा ठाकुर के विवादित बयान पर पीएम मोदी ने कहा था कि वह प्रज्ञा ठाकुर को मन से माफ नहीं कर पाएंगे। चुनाव जीतने के बाद भी जहां कई नेता बयानों से विवादों में घिरे तो कई विवादित हरकतों के कारण पार्टी की किरकिरी करा रहे हैं।

गिरिराज सिंह

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह भी लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद अपने ट्वीट से पार्टी की किरकिरी करा चुके हैं। इसके लिए उन्हें गृह मंत्री अमित शाह नसीहत भी दे चुके हैं। दरअसल, गिरिराज सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, रामविलास पासवान और जीतनराम मांझी की इफ्तार पार्टी की तस्वीरें पोस्ट करते हुए ट्वीट कर लिखा था, "कितनी खूबसूरत तस्वीर होती जब इतनी ही चाहत से नवरात्रि पे फलाहार का आयोजन करते और सुंदर सुदंर फोटो आते? अपने कर्म-धर्म मे हम पिछड़ क्यों जाते और दिखावा में आगे रहते हैं?' अपने ही गठबंधन सहयोगियों पर इस तरह से गिरिराज का निशाना साधने से बीजेपी को असहज होना पड़ा था।

इंदौर की विधायक ऊषा ठाकुर

इंदौर के महू से विधायक ऊषा ठाकुर ने भी नाथूराम गोडसे को लेकर विवादित बयान दिया। विधायक ने गोडसे को सच्चा राष्ट्रवादी करार दिया। उत्तराखंड के खानपुर से बीजेपी विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन ने भी बीजेपी की किरकिरी कराई। एक पत्रकार को धमकी देने और मारपीट का मामला गरमाया तो पार्टी ने उन्हें तीन माह के लिए निलंबित कर दिया।

कासगंज विधायक के बेटे की गुंडागर्दी

उत्तर प्रदेश के कासगंज के बीजेपी विधायक देवेंद्र सिंह राजपूत के बेटे ने सत्ता के नशे में पुलिस चौकी में हंगामा काटा। विधायक के लाडले ने चौकी में घुसकर चौकी इंचार्ज सत्येंद्र पाल सिंह की वर्दी उतरवा लेने और ट्रांसफर करा देने की धमकी दी। बात सिर्फ इतनी थी कि चौकी इंचार्ज ने विधायक के बेटे का फोन नहीं उठाया था। विधायक पुत्र अपने किसी करीबी को छोड़ने के लिए दबाव डाल रहे थे।

तेलंगाना के भाजपा सांसद

तेलंगाना के बीजेपी सांसद सोयम बापूराव भी विवादित बयान से सुर्खियों में रहे। उन्होंने कहा था कि अगर कोई मुस्लिम लड़का आदिवासी लड़कियों का पीछा करता है, तो उसका सिर काट दिया जाएगा। आदिलाबाद के सांसद सोयम बापूराव का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो लोगों ने धर्म विशेष को निशाना बनाने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की।

यूपी सरकार के मंत्री उपेंद्र तिवारी

उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार में मंत्री उपेंद्र तिवारी दुष्कर्म को लेकर विवादित बयानों के कारण चर्चा में रहे। उन्होंने कह दिया था कि रेप का एक नेचर होता है। रेप जैसे अपराध की गंभीरता पर बात करने की जगह वह ज्यादातर मामलों को फर्जी और प्रेम प्रसंग से जोड़ने पर जोर देते रहे।

रेप आरोपी भाजपा विधायक से मिलने गए साक्षी महाराज

उन्नाव से बीजेपी सांसद साक्षी महाराज ने जीत के बाद रेप के आरोप में बंद विधायक कुलदीप सिंह सेंगर से मुलाकात की और फिर बयान दिया कि वह जीत में मदद के लिए आभार जताने आए हैं। बाद में उन्होंने अपने एक बयान में ममता बनर्जी को हिरण्यकश्यप की खानदान का बताया था।

ललितपुर विधायक का जूते वाला बयान

भारतीय जनता पार्टी के ललितपुर से विधायक रामरतन कुशवाहा ने पार्टी सांसद अनुराग शर्मा के सम्मान समारोह में सरकारी कर्मचारियों को लेकर विवादित बयान दिया। विधायक कुशवाहा ने कहा, "अभी प्रदेश में जो सरकारी कर्मचारी हैं, अगर महीने-दो महीने में ठीक नहीं होते हैं और हमारे कार्यकर्ताओं का सम्मान नहीं करते तो मैं कहता हूं कि जूता उतारिए और मारिए, क्योंकि एक सीमा होती है बर्दाश्त करने की।"

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