लोकसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग 11 अप्रैल को होनी है। इससे पहले पार्टियां वोट बटोरने के लिए सारे दांव-पेच अपना रही हैं। इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनाव प्रचार मे पाकिस्तान की एंट्री करवा दी है। इतना ही नहीं, वह पुलवामा में शहीद हुए जवानों के नाम पर भी वोट मांग रहे हैं। हालांकि राजनीति से जुड़े लोग कहते रहते हैं कि जवानों के नाम पर राजनीति नहीं होनी चाहिए और जवानों को लेकर ही सबसे ज्यादा राजनीति होती है। पिछले दिनों 31 मार्च को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में हुए 'मैं भी चौकीदार' कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा था, 'मैंने देश में एक माहौल बनाया है और आगे भी बनाना है कि हमें दुनिया की बराबरी करनी है। हमने बहुत सारा समय भारत-पाकिस्तान करने में ही गुजार दिया। अरे वो (पाकिस्तान) अपनी मौत मरेगा, उसे छोड़ दो, हमें आगे बढ़ना है। बस इसी पर हमारा ध्यान रहना चाहिए।'
लेकिन ऐसा लगता नहीं कि प्रधानमंत्री पाकिस्तान को छोड़कर आगे बढ़ गए हैं। वह लगातार रैलियों में पाकिस्तान और पुलवामा का जिक्र कर रहे हैं।
महाराष्ट्र के लातूर में एक रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने पहली बार वोट करने वालों से अपील करते हुए कहा- आप भी संकल्प लीजिए कि पहला वोट आपका, जो आपके जीवन की ऐतिहासिक घड़ी है, जो आपको जीवन भर याद रहेगा कि आपने पहला वोट कब डाला, किसको डाला, कहां डाला, ये जीवन भर याद रहने वाला है। मैं फर्स्ट टाइम वोट देने वालों से कहना चाहता हूं कि क्या आपका वोट पाकिस्तान के बालाकोट में एयरस्ट्राइक करने वाले वीर जवानों के नाम हो सकता है क्या? आपका पहला वोट पुलवामा में जो वीर शहीद हुए, उन वीर शहीदों के नाम आपका वोट समर्पित हो सकता है।
चित्रदुर्ग में भी पाकिस्तान का जिक्र
कर्नाटक के चित्रदुर्ग में भी उन्होंने पाकिस्तान का जिक्र किया। उन्होंने कहा- हमने पाकिस्तान में आतंक पर हमला किया लेकिन भारत में बैठे कुछ लोगों को दर्द हुआ। यहां के मुख्यमंत्री ने एक कदम आगे जाते हुए कहा कि हमारी सेना की वीरता के बारे में कुछ नहीं कहना चाहिए। यह उनका वोट बैंक खराब करता है। मैं आपसे पूछता हूं क्या आपका वोट भारत में है या पाकिस्तान में।
कांग्रेस के घोषणापत्र को पाकिस्तान से जोड़ा
प्रधानमंत्री मोदी कांग्रेस को घोषणापत्र को ‘ढकोसला पत्र’ बता रहे हैं। लातूर में उन्होंने कहा कि इनके घोषणापत्र में पाकिस्तान की भाषा है। पीएम मोदी ने कांग्रेस को घोषणापत्र को लेकर कहा है कि इनके घोषणापत्र में पाकिस्तान की भाषा है। उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस के लोग कहते हैं कि भारत ने पाकिस्तान का कोई विमान नहीं मारा। कांग्रेस को देश की सेना से कितने सबूत चाहिए? जिनको सरकार पर भरोसा नहीं है, अपने वीर जवानों पर भरोसा नहीं है, तो ऐसे लोगों को कड़ी से कड़ी सजा देना जरूरी है।‘
ऐसे में ये देखना जरूरी है कि प्रधानमंत्री मोदी अपनी ही कही बात पर कितना अमल कर रहे हैं।