Advertisement

चित्रकूट में प्रियंका गांधी ने सुनाई 'द्रौपदी' कविता तो अब कवि ने मारा ताना- 'आपकी घटिया राजनीति...'

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 की तैयारियां तेज हो गई हैं। इसके तहत कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी...
चित्रकूट में प्रियंका गांधी ने सुनाई 'द्रौपदी' कविता तो अब कवि ने मारा ताना- 'आपकी घटिया राजनीति...'

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 की तैयारियां तेज हो गई हैं। इसके तहत कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने महिलाओं से संवाद अभियान शुरू किया है। इस कार्यक्रम के दौरान वह चित्रकूट में मंदाकनी नदी के रामघाट पहुंची और एक कविता सुनाकर भाजपा पर निशाना साधा था। लेकिन, अब इसके लेखक ने कविता के इस्तेमाल पर आपत्ति जताई है।

प्रियंका गांधी वाड्रा ने कविता सुनाते हुए कहा कि सुनो द्रोपदी शस्त्र उठा लो अब गोविंद न आएंगे। तुम कब तक आस लगाओगी तुम बिके हुए अखबारों से, कैसी रक्षा मांग रही हो दुशासन दरबारों से, सुनो द्रोपदी शस्त्र उठा लो अब गोविंद न आएंगे। ये कविता उन्होंने महिलाओं का हौंसला बढ़ाने के लिए सुनाई, लेकिन अब इसे लेकर भी विवाद उठ गया है।

इस कविता को लिखने वाले पुष्यमित्र उपाध्याय ने कहा, 'ये कविता मैंने देश की स्त्रियों के लिए लिखी थी ना कि आपकी घटिया राजनीति के लिए, न तो मैं आपकी विचारधारा का समर्थन करता हूं और न आपको ये अनुमति देता हूं कि आप मेरी साहित्यिक संपत्ति का राजनैतिक उपयोग करें। कविता भी चोरी कर लेने वालों से देश क्या उम्मीद रखेगा?'

उन्होंने आगे लिखा कि 2012 में निर्भया प्रकरण पर लिखी गई कविता का संदेश और आह्वान आपकी राजनैतिक कुंठाओं से अलग और व्यापक है। राजनैतिक संस्थानों से अनुरोध है कि कविता का प्रयोग क्षुद्र राजनैतिक आकांक्षाओं की पूर्ति के लिए कर के इसके मर्म को दूषित न करें।

 

Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad