भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ लाल कृष्ण आडवाणी के ब्लॉग पर प्रधानमंत्री मोदी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि आडवाणी जी जैसे महान लोगों ने भाजपा को मजबूत किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'आडवाणी जी ने भाजपा के सार को बखूबी समझाया है। खासकर ‘नेशन फर्स्ट, पार्टी नेक्स्ट, सेल्फ लास्ट’ का मंत्र। मुझे गर्व है कि मैं भाजपा कार्यकर्ता हूं और लाल कृष्ण आडवाणी जैसे महान लोगों ने इसे (भाजपा) मजबूत किया है।' साथ ही पीएम मोदी ने आडवाणी के ब्लॉग का लिंक भी ट्विटर पर शेयर किया है।
विपक्षी दलों ने पीएम मोदी पर साधा निशाना
वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रतिक्रिया दी है। राहुल गांधी ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने अपने गुरु के लिए क्या किया है, क्या यह हिन्दू धर्म है, मोदी हमें हिन्दू धर्म सिखाएंगे।
नागपुर में राहुल गांधी ने कहा कि जब मोदी कभी भी 'नफरत' फैलाते हैं, तो पहले देखिए कि मोदी ने अपने गुरु के लिए क्या किया है, क्या यह हिन्दू धर्म है, मोदी हमें हिन्दू धर्म सिखाएंगे. उन्हें किसने ऐसा हिन्दू धर्म सिखाया है, जिसमें गुरु के साथ ऐसा व्यवहार किया जाना चाहिए।
आडवाणी जी के बयान का स्वागत: ममता बनर्जी
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्विटर पर लिखा, 'वरिष्ठतम राजनीतिज्ञ, पूर्व डिप्टी पीएम और भाजपा के संस्थापक आडवाणी जी ने लोकतांत्रिक शिष्टाचार के बारे में जो विचार व्यक्त किया है, वह महत्वपूर्ण है। बेशक, सभी विपक्ष जो अपनी आवाज उठाते हैं, वे राष्ट्र विरोधी नहीं हैं। हम उनके बयान का स्वागत करते हैं।'
आडवाणी ने लिखा ब्लॉग
लाल कृष्ण आडवाणी ने गुरुवार को एक ब्लॉग लिखा। नेशन फर्स्ट, पार्टी नेक्स, सेल्फ लास्ट शीर्षक से लिए गए इस ब्लॉग में उन्होंने कहा कि बीजेपी में हम सभी के लिए यह महत्वपूर्ण अवसर है कि हम पीछे देखें, आगे देखें और भीतर देखें।
आडवाणी ने कहा कि भाजपा ने कभी उन लोगों को एंटी नेशनल नहीं माना, जो हमारे साथ राजनीतिक रूप से असहमत हैं। पार्टी व्यक्तिगत और साथ ही राजनीतिक स्तर पर हर नागरिक की पसंद की स्वतंत्रता के लिए प्रतिबद्ध है।
आडवाणी ने कहा, 'मेरे जीवन का मार्गदर्शक सिद्धांत है - नेशन फर्स्ट, पार्टी नेक्स्ट, सेल्फ लास्ट। सभी परिस्थितियों में मैंने इस सिद्धांत का पालन करने की कोशिश की है और आगे भी करता रहूंगा।'
‘विविधता और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का सम्मान’
उन्होने कहा, 'भारतीय लोकतंत्र का सार विविधता और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का सम्मान है। पार्टी व्यक्तिगत और राजनीतिक स्तर पर प्रत्येक नागरिक की पसंद की स्वतंत्रता के लिए प्रतिबद्ध है। भाजपा हमेशा मीडिया सहित हमारे सभी लोकतांत्रिक संस्थानों की स्वतंत्रता, अखंडता, निष्पक्षता और मजबूती की मांग करने में सबसे आगे रही है।'