गुरुग्राम पुलिस ने शनिवार को कहा कि पूर्व राज्यस्तरीय टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की अपनी अकादमी नहीं थी और वह अलग-अलग जगहों पर टेनिस कोर्ट बुक करके खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देती थीं, जिस पर उनके पिता को आपत्ति थी।
गुरुग्राम के सेक्टर 57 में सुशांत लोक स्थित दोमंजिला मकान में बृहस्पतिवार को 25 वर्षीय राधिका की उनके पिता दीपक यादव (49) ने कथित तौर पर गोली मारकर हत्या कर दी थी।
इसने बताया कि आरोपी आर्थिक रूप से संपन्न है और विभिन्न संपत्तियों को किराए पर देने से उसकी अच्छी आमदनी होती है, इसलिए वह बेटी की कमाई पर निर्भर नहीं था लेकिन पिछले कुछ सप्ताह से तानों के कारण अवसाद में था।
इस संबंध में एक जांच अधिकारी ने शनिवार को कहा, ‘‘राधिका की अपनी कोई अकादमी नहीं थी। वह अलग-अलग जगहों पर टेनिस कोर्ट बुक करके नए खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देती थीं। दीपक ने कई बार उनसे प्रशिक्षण बंद करने को कहा था, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया था। इस बात को लेकर दोनों के बीच झगड़ा रहता था।”
पुलिस के अनुसार, दीपक ने अपनी बेटी की गोली मारकर हत्या करने की बात कबूल कर ली है। उसे शुक्रवार को अदालत में पेश किया गया, जहां से एक दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। हिरासत के दौरान, पुलिस ने सेक्टर 57 में स्थित उसके आवास से कारतूस बरामद किए। जांच के सिलसिले में दीपक को पटौदी के एक गांव भी ले जाया गया। जांच अधिकारी ने बताया कि आरोपी को शनिवार को फिर से अदालत में पेश किया जाएगा।
दावे किए गए थे कि दीपक राधिका की सोशल मीडिया पर मौजूदगी और एक ‘इन्फ्लुएंसर’ बनने की इच्छा से नाराज था। कई लोगों ने दावा किया था कि एक कलाकार के साथ राधिका का संगीत वीडियो उनकी हत्या का कारण बना।
सेक्टर 56 थाने के निरीक्षक विनोद कुमार ने कहा, ‘‘वीडियो 2023 में अपलोड किया गया था, इसका हत्या से कोई संबंध नहीं है। आरोपी ने बार-बार कहा है कि वह नहीं चाहता था कि उसकी बेटी ट्रेनिंग से कमाई करे।’’
परिवार के एक करीबी रिश्तेदार के अनुसार, दीपक ने बचपन से ही राधिका के टेनिस करियर में साथ दिया था।
उन्होंने बताया कि दीपक ने अपनी बेटी से कई बार प्रशिक्षण बंद करने को कहा था लेकिन उसने मना कर दिया।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार, राधिका को चार गोलियां लगीं, जिनमें तीन पीठ में और एक कंधे में लगी। उनका अंतिम संस्कार शुक्रवार को वजीराबाद स्थित उनके गांव में किया गया।