गुजरात के कई हिस्सों में उत्तर भारतीयों पर लगातार हो रहे हमलों से सियासी सरगर्मियां बढ़ती जा रही है। पीएम मोदी के गृह राज्य में उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्य प्रदेश के लोगों पर हमले को लेकर कांग्रेस नेता संजय निरूपम पीएम मोदी पर तंज कसा है।
कांग्रेस नेता ने कहा, पीएम मोदी को यह नहीं भूलना चाहिए कि कल को उन्हें वोट मांगने के लिए वाराणसी ही जाना है। न्यूज़ एजेंसी एएनआी के मुताबिक, संजय निरूपम ने कहा, ‘पीएम के गृह राज्य (गुजरात) में अगर यूपी, बिहार और एमपी के लोगों को मार-मार के भगाया जाएगा तो एक दिन पीएम को भी वाराणसी जाना है, ये याद रखना। वाराणसी के लोगों ने उन्हें गले लगाया और पीएम बनाया था।
हार्दिक पटेल ने की निंदा
पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने भी निंदा की है। हार्दिक ने ट्वीट कर कहा, गुजरात में उत्तर भारतीयों पर हो रहे हमले की में निंदा करता हूं। अपराधी को कठोर सजा मिले, इसके लिए पूरा देश उस पीड़ित परिवार के साथ खड़ा हैं लेकिन एक अपराधी के कारण हम पूरे प्रदेश को गलत नहीं ठहरा सकते। आज गुजरात में 48 IAS एवं 32 IPS उप्र और बिहार से हैं। हम सब एक हैं।जय हिंद।
अल्पेश का सद्भावना उपवास
कांग्रेस विधायक अल्पेश ठाकोर ने घोषणा की है कि इन हमलों के मद्देनजर उनके समर्थकों के खिलाफ दर्ज किये गए ‘झूठे मामलों’ को यदि सरकार ने वापस नहीं लिया तो वह 11 अक्टूबर से ‘सद्भावना’ उपवास करेंगे।
उन्होंने ट्वीट किया है कि हम नहीं चाहते की राज्य में विपदा खड़ी हो, और हम ऐसी किसी भी हरकत को बढ़ावा नहीं देंगे। कल 'गुजरात बंद' जिन्होंने भी घोषित किया है उन्हें अपील करता हूं की राज्य की मुश्किलों में बढ़ावा न करे, और बंद को मोकूफ रखे।
जानें क्या है मामला
गुजरात के साबरकांठा जिले में 14 महीने की बच्ची से कथित तौर पर रेप के आरोप में बिहार के एक मजदूर की गिरफ्तारी के बाद वहां गैर गुजरातियों के खिलाफ हिंसा का माहौल बन गया है। सोशल मीडिया पर गैर गुजरातियों, खासकर बिहार और उत्तर प्रदेश के लोगों के खिलाफ नफरत भरे संदेश फैलाए जा रहे हैं जिसके चलते उन पर ये हमले हुए। गुजरात में बिहार, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के लोगों को निशाना बनाया जा रहा है। अब बाहरी लोगों में मॉब लिचिंग का डर बैठ गया है। लिहाजा जान बचाने के लिए वो गुजरात छोड़ने को मजबूर हैं।
‘पलायन नहीं, त्योहार है उत्तर भारतीयों के जाने की वजह’
मारपीट की घटनाओं पर रविवार को गुजरात के डीजीपी शिवानंद झा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने बताया कि इस मामले में अब तक 342 लोगों को हिरासत में लिया है। इसके साथ ही जिन इलाकों से मारपीट की खबरें ज्यादा आ रही हैं, उन इलाकों में पुलिस ने पेट्रोलिंग बढ़ा दी है।
180 लोगों को गिरफ्तार किया गया
डीजीपी के मुताबिक, गैर गुजरातियों-खासतौर पर उत्तर प्रदेश और बिहार के रहने वाले लोगों पर हमले पिछले एक हफ्ते में गांधीनगर, मेहसाना, साबरकांठा, पाटन और अहमदाबाद जिलों में हुए हैं। इन घटनाओं के संबंध में शनिवार देर शाम तक 180 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
सोशल मीडिया पर फैलाए जा रहे हैं मैसेज
डीजीपी ने बताया कि सोशल मीडिया पर गैर गुजरातियों, खास कर बिहार और उत्तर प्रदेश के लोगों के खिलाफ नफरत भरे संदेश फैलाए जाने के बाद ये हमले हुए। वहीं, अहमदाबाद क्राइम ब्रांच के साइबर सेल ने सोशल मीडिया पर गैर-गुजराती लोगों के खिलाफ नफरत वाले संदेश फैलाने में संदिग्ध रूप से शामिल लोगों को गिरफ्तार करना शुरू कर दिया है।
अब तक 23 एफआईआर दर्ज
डीजीपी ने कहा कि हमने कारखानों और सोसाइटी (हाउसिंग) में निगरानी बढ़ा दी है। हम सोशल मीडिया संदेशों पर भी सख्त नजर रख रहे हैं। गैर गुजरातियों पर हमले के बाद से राज्य के विभिन्न जिलों में अब तक 23 एफआईआर दर्ज की गई हैं।