समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाइक से भेंटकर उन्हें प्रदेश की बिगड़ती कानून-व्यवस्था पर ज्ञापन सौंपा। उन्होंने मांग की कि वे राज्य सरकार को जगाएं और निर्देशित करें कि वह जंगलराज को नियंत्रण में लाए। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं की हत्याएं हो रही हैं। बच्चियों के साथ दुष्कर्म हो रहा है। जिस समय मुख्यमंत्री जी यहां बैठक करते होते हैं, अपराधी बेखौफ अपराध कर जाते हैं। सपा सरकार के कार्यकाल में कानून व्यवस्था पर राज्यपाल जी की चिट्ठी आती थी कि यादव अधिकारी सब जगह तैनात हैं, आज तो किसी जिले में एक भी डीएम-एसपी यादव नहीं है। अधिवक्ता के चैम्बर में हत्या की घटना कैसे हो गई है?
सूबे में कानून व्यवस्था को लेकर सपा मुखिया अखिलेश यादव, पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और नेता प्रतिपक्ष विधान परिषद अहमद हसन के साथ आज राज्यपाल से मिले। उन्होंने बताया कि हमने राज्यपाल से कहा कि वे पहले भी सरकार को जगाने का काम करते थे, तो अब इस सरकार को भी जगाने का काम करें, क्योंकि प्रदेश में कानून नाम की चीज नहीं है। जंगलराज की स्थिति है। समाजवादी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं का प्रदेश में उत्पीड़न हो रहा है।
उन्होंने कहा कि सांसद और समाजवादी नेता मो. आजम खान पर बदले की भावना से कार्यवाही हो रही है। समाजवादी पार्टी के नेताओं और पार्टी की आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है। यह लोकतांत्रिक व्यवस्था के खिलाफ है। सरकार का दायित्व है कि संविधान के अनुसार आचरण करे।
सपा नेताओं की भी हो रहीं हत्याएं: अखिलेश
अखिलेश ने कहा कि जेल में हत्याएं हो जाएं और अपराधी जहां हथियार लेकर जा नहीं सकते, वहां लेकर जा रहे हैं। सरकार ने अपराधियों को खुली छूट दे रखी है। उन्होंने कहा कि सूबे में व्यापारियों संग लूट और हत्या की वारदात हो रही हैं। सपा नेताओं की भी हत्याएं की जा रही हैं।
सत्ता जाने के बाद पहली बार पहुंचे राजभवन
सपा मुखिया अखिलेश यादव सपा सरकार जाने के बाद पहली बार राजभवन राज्यपाल को ज्ञापन सौंपने पहुंचे। इससे पहले सपा की ओर से ज्ञापन तो दिए गए, लेकिन प्रतिनिधिमंडल में सपा मुखिया नहीं होते थे। कानून व्यवस्था और अन्य मुद्दों को लेकर उन्होंने राज्यपाल से करीब आधे घंटे तक मुलाकात की।