समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने शनिवार को केंद्र से आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आग्रह किया और कहा कि पूरा देश उनके साथ है। बयान में कहा गया है कि यादव पूर्व विधायक पूर्णमासी देहाती और सपा के पूर्व जिला इकाई प्रमुख शुकरुल्लाह अंसारी को श्रद्धांजलि देने के लिए कुशीनगर में थे।
पत्रकारों से बात करते हुए सपा प्रमुख ने कहा, "हमें उम्मीद है कि सरकार ठोस कदम उठाएगी। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर आतंकवादी हमले की घटना बहुत दुखद और निंदनीय है। हम सभी उत्तर प्रदेश से लेकर गुजरात, हरियाणा और देश के अन्य राज्यों के शहीद परिवारों के साथ हैं।" उन्होंने कहा, "पूरा देश चाहता है कि भविष्य में पहलगाम जैसी घटना न हो। सरकार को हर तरह से समर्थन है। उम्मीद है कि भविष्य में खुफिया तंत्र विफल नहीं होगा। सुरक्षा में कोई चूक नहीं होगी। इस घटना को लेकर सभी कह रहे हैं कि सरकार की खुफिया तंत्र विफल रही। पर्यटकों की सुरक्षा के लिए कोई इंतजाम नहीं किया गया।"
यादव ने कहा कि जम्मू-कश्मीर को लेकर भाजपा सरकार ने सभी फैसले खुद लिए हैं। उन्होंने लोगों को भरोसा दिलाया था कि कोई आतंकी घटना नहीं होगी, लेकिन यह दुखद है कि उसके बाद भी पहलगाम में हमला हुआ। उन्होंने कहा, "भाजपा सरकार अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकती। हमें उम्मीद है कि सरकार देश की सुरक्षा, सीमाओं की सुरक्षा और अर्थव्यवस्था को लेकर दिए गए आश्वासनों पर अमल करेगी।"
एक सवाल के जवाब में यादव ने कहा कि उनकी पार्टी के लोग कानपुर में शुभम द्विवेदी के घर गए थे। शुभम उन 26 लोगों में शामिल थे, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे। अनंतनाग जिले के पहलगाम के पास बैसरन मैदान में मारे गए लोगों में शुभम भी शामिल थे। सपा प्रमुख ने कहा कि वह व्यक्तिगत रूप से शुभम के घर नहीं गए, लेकिन इसे राजनीति के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए।
आतंकी घटना में शहीद हुए लोगों के परिजनों को पांच करोड़ रुपये और सरकारी नौकरी देने की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि ''जिस दिन सरकार पांच करोड़ रुपये और सरकारी नौकरी देगी, मैं कानपुर के शहीद शुभम द्विवेदी के घर भी जाऊंगा।'' उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा को इस घटना पर राजनीति नहीं करनी चाहिए। जो लोग इसे अलग दिशा देने की कोशिश कर रहे हैं, उन पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पार्टी के सत्यापित सोशल मीडिया अकाउंट से जिस तरह की तस्वीर पोस्ट की गई, उससे भी उनके समर्थक दुखी हैं।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर 23 अप्रैल को लिखे गए कड़े शब्दों वाले पोस्ट में यादव ने भाजपा पर हमले का 'राजनीतिकरण' करने और पीड़ितों और उनके परिवारों के प्रति 'वास्तविक सहानुभूति की कमी' का आरोप लगाया। हालांकि उस समय यादव ने यह नहीं बताया कि वह किस विज्ञापन का जिक्र कर रहे थे, लेकिन समाजवादी पार्टी के सूत्रों ने बताया कि उनकी टिप्पणी कुछ आधिकारिक भाजपा हैंडल द्वारा शेयर किए गए सोशल मीडिया पोस्ट पर लक्षित थी, जिसमें दावा किया गया था कि पहलगाम में हमलावरों ने गोलीबारी करने से पहले पीड़ितों से उनका धर्म पूछा था।
उन्होंने दावा किया, "आज मुझे कुशीनगर एयरपोर्ट पर उतरने की अनुमति नहीं दी गई। पहले भी मुझे इस एयरपोर्ट पर उतरने की अनुमति नहीं दी गई थी। मौसम ठीक था, लेकिन सरकार का मौसम खराब हो रहा है। अगर मैं उतर जाता तो इससे ज्यादा प्रचार मिलता। वैसे, समाजवादी सरकार ने इस एयरपोर्ट के निर्माण के लिए सबसे ज्यादा बजट दिया था।" अग्निवीर योजना का जिक्र करते हुए सपा मुखिया ने कहा, ''हमारी सेना बहुत बहादुर है, लेकिन भाजपा सरकार ने सेना में अग्निवीर योजना लागू कर युवाओं का मनोबल गिराया है। युवा सेना में रहकर देश की सेवा करना चाहते हैं। उन्हें परमानेंट वर्दी और परमानेंट नौकरी चाहिए। कुशीनगर, गाजीपुर समेत प्रदेश के तमाम जिलों के गांवों से कई युवा सेना में भर्ती होने के लिए बड़े पैमाने पर तैयारी करते थे, लेकिन अग्निवीर योजना लागू होने से युवाओं में निराशा है।''