शिवसेना (उबाठा) ने बुधवार को यह जानना चाहा कि महाकुंभ में भगदड़ के लिए कौन जिम्मेदार है, और इसके साथ ही पार्टी ने दावा किया कि मंत्रियों के दौरे के लिए नदी तट के कुछ हिस्सों को बंद करने के कारण ऐसी स्थितियां उत्पन्न होती है ।
पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने कहा कि विशिष्ट लोगों के दौरे के लिए एक दिन आरक्षित रखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रयागराज में महाकुंभ के प्रबंधन के लिए 10,000 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए गए हैं।
राउत ने कहा, "पैसा कहां गया। भाजपा कुंभ के माध्यम से राजनीतिक प्रचार कर रही है। वह कुंभ का प्रचार कर आगे चुनाव लड़ना चाहती है। यह उनकी आस्था नहीं बल्कि राजनीति है और लोग इसमें अपनी जान गंवा रहे हैं।" राउत ने आरोप लगाया कि सुबह-सुबह मची भगदड़ "राज्य प्रशासन द्वारा की गयी हत्या" थी।
'मौनी अमावस्या' पर स्नान के लिए लाखों श्रद्धालुओं के उमड़ने पर संगम पर भगदड़ मचने से कई लोगों के हताहत होने की आशंका है।
शिवसेना (उबाठा) नेता ने दावा किया कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के महाकुंभ दौरे के लिए एक घाट को एक दिन के लिए बंद कर दिया गया और जब गृह मंत्री अमित शाह वहां गये तो पूरे प्रयागराज को बंद कर दिया गया।
राउत ने कहा, "इससे प्रणाली पर दबाव बढ़ता है और इससे भीड़ बढ़ती है और फिर भगदड़ मचने की आशंका रहती है।"