केन्द्रीय बजट आने के बाद गठबंधन में सरकार चला रही भारतीय जनता पार्टी और तेलुगु देशम पार्टी के बीच अनबन तेज होते दिखाई दे रहे हैं। हालांकि एनडीए का साथ छोड़ने की अटकलों के बीच टीडीपी ने कहा कि पार्टी एनडीए से गठबंधन तोड़ने के मूड में नहीं है, लेकिन बजट को लेकर उनकी पार्टी केन्द्र पर दबाव डालना जारी रखेगी।
टीडीपी की ओर से रविवार को इस तरह का बयान दिए जाने के बावजूद सोमवार सुबह यानी आज टीडीपी के विधायक संसद परिसर में केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते नजर आए। संसद की कार्यवाही शुरू होने से पहले टीडीपी के सांसदों ने महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने प्रदर्शन किया। टीडीपी सांसद हाथ में पीएम मोदी का कटआउट और वादे पूरे करने की मांगों वाले पोस्टर लिए खड़े थे।
Telugu Desam Party MPs stage protest at Mahatma Gandhi statue in Parliament urging the Centre to take steps to fulfil bifurcation promises and pending issues for #AndhraPradesh. pic.twitter.com/rHq7p1OQfH
— ANI (@ANI) February 5, 2018
बता दें कि रविवार को टीडीपी संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद आंध्र के मंत्री वाईएस चौधरी ने कहा कि 2018 बजट में आंध्र प्रदेश को कोई आवंटन नहीं किया गया। इसके लिए हम केंद्र पर दबाव डालना जारी रखेंगे। जरूरत पड़ने पर हम मामले की संसद में भी उठाएंगे। चौधरी ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री एन चंद्राबाबू नायडू ने शिवसेना से बात नहीं की है। ना ही अमित शाह और मुख्यमंत्री के बीच कोई बातचीत हुई है।
तेलुगु देशम पार्टी के चीफ और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने रविवार को पार्टी नेताओं की बैठक बुलाई थी। अमरावती में नायडू के आवास पर बुलाई गई इस बैठक में सभी पार्टी नेता शामिल हुए थे। बताया जा रहा है कि चंद्रबाबू ये पूरी कवायद भविष्य की रणनीति तय करने के लिए कर रहे हैं कि गठबंधन तोड़ा जाए या फिर साथ रहा जाए। तेलुगु देशम पार्टी के नेता के राममोहन राव ने कहा, "हम बजट के बारे में चर्चा कर रहे हैं, राजनीतिक गठबंधन अलग है और राज्य सरकार के विकास अलग है।'