बेंगलुरु में 26 विपक्षी दल एक साथ जुटे और 2024 के लिए नया गठबंधन बनाया। इसके बाद सभी नेताओं ने एक मंच पर आकर साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस की। प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत में कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने कहा कि बैठक में लोकतंत्र और देश को बचाने पर चर्चा हुई। 'INDIA'. विपक्षी दलों के नए गठबंधन का नाम रखा गया है यानि इंडियन नेशनल डेमोक्रेटिक इंक्लूसिव अलायंस।
खड़गे ने कहा कि 11 सदस्यों की एक समिति गठित की जाएगी। इसके संयोजक का नाम अगली बैठक में तय होगा। विपक्ष की अगली बैठक मुंबई में होगी, तारीख की घोषणा जल्द की जाएगी। समन्वय समिति के सदस्यों के नामों की घोषणा मुंबई में की जाएगी। उन्होंने कहा कि देश और देश के लोगों को बचाना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसके लिए हमने आपसी मतभेदों को पीछे रखने का फैसला किया है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि आज पूरी मीडिया पर पीएम मोदी का कब्जा हो गया है। अपने 52 साल के सक्रिय राजनीतिक करियर में मैंने ऐसी प्रतिकूल स्थिति कभी नहीं देखी कि विपक्षी नेताओं को दबाया जा रहा हो। खड़गे ने कहा कि केंद्र सरकार ईडी, सीबीआई जैसी संस्थाओं का गलत इस्तेमाल कर रही है। कांग्रेस अध्यक्ष ने एनडीए की बैठक पर निशाना साधते हुए कहा कि 30 दलों के साथ बैठक की जा रही है। मैंने भारत में इतनी पार्टियों के बारे में नहीं सुना है। पीएम मोदी अब विपक्षी दलों से डर रहे हैं।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि लड़ाई विपक्ष और भाजपा के बीच नहीं है, देश की आवाज को कुचला जा रहा है। यह एनडीए और इंडिया की लड़ाई है। उनकी विचारधारा और इंडिया के बीच की लड़ाई है। निर्णय लिया है कि हम एक एक्शन प्लान तैयार करेंगे और एक साथ मिलकर देश में हमारी विचारधारा और हम जो करने जा रहे हैं उसके बारे में बोलेंगे। उन्होंने कहा कि आज देश की संस्थाओं पर हमला हो रहा है।
पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी ने कहा कि बैठक बहुत अच्छी, सार्थक रही है। आज से चुनौती की शुरुआत हुई है। हमारी जो 26 पार्टियों की बैठक में हुई उसमें हमने एक रियल चैलेंज लिया है। रचनात्मक निर्णय लिए जाएंगे। आज जो चर्चा हुई उसके बाद का नतीजा इस देश के लोगों के लिए सही हो सकता है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यह दूसरी मीटिंग थी और यह अच्छी बात है कि कुनबा बढ़ रहा है। हमें एक तरफ देश को नफरत से बचाना है और दूसरी तरफ एक नए भारत का सपना लेकर हम सब इकट्ठा हुए हैं।