राजस्थान में पहलू खान की पीट-पीटकर हत्या किए जाने के मामले में अब पूर्व की वसुंधरा सरकार की भूमिका की जांच होगी। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि अब कोर्ट में पहलू खान जैसे मामलों की मॉनिटरिंग सरकार करेगी। सीएम गहलोत ने कहा कि पहलू खान की हत्या के मामले में वसुंधरा राजे के नेतृत्व वाली पिछली बीजेपी सरकार की भूमिका की भी जांच की जाएगी।
‘पिछली सरकार ने की लापरवाही’
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि पहलू खान मामले में पिछली सरकार ने लापरवाही की। तभी आरोपियों के खिलाफ सबूत नहीं मिल सके और वे बरी हो गए हैं। उन्होंने कहा कि अब इस तरह के मामलों की जांच के लिए मॉनिटरिंग सेल बनाई जाएगी।
6 आरोपी हुए थे बरी
हाल ही में राजस्थान सरकार ने पहलू खान की पीट-पीटकर हत्या किए जाने के मामले की जांच एसआईटी से कराने का फैसला लिया है। राजस्थान सरकार ने यह फैसला तब लिया, जब कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने अलवर की निचली अदालत के फैसले को चौंकाने वाला बताया। साथ ही राजस्थान सरकार इस फैसले के खिलाफ अपील करेगी।
कांग्रेस सरकार मामले की जांच फिर से कराने के लिए एसआईटी गठित करेगी। अलवर की निचली अदालत ने 14 अगस्त को पहलू खान मामले के 6 आरोपियों को बरी कर दिया था।
क्या है मामला
पहलू खान और उसके दोनों बेटों के साथ तत्कालीन वसुंधरा राजे सरकार के कार्यकाल में एक अप्रैल, 2017 को मारपीट हुई थी। इसके तीन दिन बाद पहलू खान की मौत हो गई थी। मामला अलवर से लेकर जयपुर और फिर दिल्ली में संसद से लेकर पूरे देश में गूंजा था। राजनीतिक दलों व सामाजिक कार्यकर्ताओं के दबाव के चलते तत्कालीन वसुंधरा राजे सरकार ने मामले की जांच सीबीसीआइडी को सौंप दी थी। उसने उन छह लोगों को निर्दोष बताया था, जिनके नाम पहलू खान ने मौत से पहले पुलिस को बयान में बताए थे। ये सभी बरी हुए तो फिर हंगामा हुआ।
प्रियंका ने फैसले पर जताया आश्चर्य
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट कर कहा कि पहलू खान मामले में निचली अदालत का फैसला चौंका देने वाला है। हमारे देश में अमानवीयता के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए। भीड़ द्वारा हत्या एक जघन्य अपराध है। अशोक गहलोत सरकार की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार द्वारा उन्मादी हिंसा के खिलाफ कानून बनाने की पहल करना सराहनीय है। आशा है कि पहलू खान मामले में न्याय दिलाकर इसका अच्छा उदाहरण पेश किया जाएगा।