रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान नाक से खून बहने के बाद केंद्रीय मंत्री एच डी कुमारस्वामी को अस्पताल ले जाया गया। जेडीएस में दूसरे नंबर के नेता कुमारस्वामी भाजपा नेताओं के साथ बैठक के बाद पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे, तभी उन्होंने देखा कि उनकी नाक से खून निकल रहा है।
इस्पात और भारी उद्योग मंत्रालय का प्रभार संभाल रहे केंद्रीय मंत्री ने खून पोंछने की कोशिश की, लेकिन जल्द ही खून उनकी ठुड्डी से नीचे बहने लगा और फिर उनकी सफेद शर्ट पर गिर गया, जिसे हर कोई देख सकता था। उनके बेटे निखिल कुमारस्वामी ने उन्हें तुरंत एक निजी अस्पताल पहुंचाया।
बाद में मीडिया से बात करते हुए निखिल ने कहा कि चिंता की कोई बात नहीं है, क्योंकि डॉक्टर उनका इलाज कर रहे हैं। उनके अनुसार, व्यस्त कार्यक्रम के कारण उनके पिता आराम नहीं कर पाए, जो इस घटना का कारण हो सकता है। यह प्रेस कॉन्फ्रेंस भाजपा-जद(एस) समन्वय समिति की बैठक के बाद आयोजित की गई, जिसमें 3 अगस्त से बेंगलुरु से मैसूर तक एक सप्ताह तक विरोध मार्च शुरू करने का निर्णय लिया गया।
मैसूर तक पहुंचने में सात दिन लगेंगे। इस मार्च का उद्देश्य मैसूर में करोड़ों रुपये के साइट आवंटन घोटाले की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराना और अपने परिवार के सदस्यों को अवैध भूमि आवंटन के आरोपों पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के इस्तीफे की मांग करना है।