प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराने को लेकर लगातार बात करते रहते हैं। उन्हें उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ का भी समर्थन मिला है। वहीं, अब विपक्षी पार्टियों में सपा भी 'वन नेशन वन इलेक्शन' के समर्थन में उतर आई है।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, 'वन नेशन वन इलेक्शन का समर्थन करते हुए कहा, 2019 में ही इसकी तैयारी करिए, हम चुनाव के लिए तैयार हैं।'
असल में, उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह की अगुवाई वाली सात सदस्यीय समिति ने 'वन नेशन वन इलेक्शन को एक रिपोर्ट तैयार की है जिसे मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंप दिया गया है। रिपोर्ट में सुझाव दिया गया है कि अगला आम चुनाव दो चरणों में सभी राज्यों और देश में कराया जाए।
लखनऊ में एक प्रेस कांफ्रेस में कैराना की नवनिर्वाचित सांसद तब्बसुम और नूरपुर के विधायक नईमुल हसन भी मौजूद थे। नवनिर्वाचित सदस्यों को बधाई देते हुए अखिलेश ने कहा कि इस उपचुनाव में जनता ने 2019 के लिए बड़ा संदेश दिया है। ये जीत है जनता के विश्वास की। अब सत्ता में बैठे लोगों को सोचना हो कि किसान और गरीबों का जीवन कितना बेहतर हुआ है। किसान जो मौजूदा सरकार में सबसे ज्यादा परेशान है, उसने इस उपचुनावों में एक होकर भाजपा को जवाब दिया है।
सपा अध्यक्ष ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि यह सरकार तो उद्घाटन का उद्घाटन करती है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार उन्ही लोगों से पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे बनवा रही है जिनसे हमने बनवाया। उन्होंने कहा कि सपा सरकार ने 19 महीने में एक्सप्रेस-वे बनाया लेकिन इनका तो समय फाइलों में निकल गया। हमारी सरकार बनेगी तो मुजफ्फरनगर, शामली और पश्चिम यूपी के लिए एक्सप्रेस-वे बनाया जाएगा। यूपी के कैबिनेट मंत्री ओपी राजभर के केशव मौर्य की जगह योगी को सीएम बनाए जाने वाले बयान पर अखिलेश यादव ने कहा कि ये बातें उन्हें उनकी पार्टी द्वारा आयोजित मीटिंग में कहनी चाहिए।