एक निजी कार्यक्रम में संवाददाताओं से हुई बातचीत के दौरान स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा, तीन तलाक देने वाले मुस्लिम सिर्फ अपनी हवस मिटाने के लिए बीवियां बदलते हैं। इस मुद्दे पर भाजपा मुस्लिम महिलाओं के साथ खड़ी है मगर मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड में तलाक का कोई आधार नहीं है। तीन बार तलाक बोलकर पति अपनी ही पत्नी और बच्चों को सड़क पर भीख मांगने के लिए छोड़ देते हैं जिसे न आप अच्छा कहेंगे?
इस दौरान मौर्य ने मायावती पर भी निशाना साधते हुए बोला कि वह बहुजन समाज पार्टी की नीतियों से हट गई हैं। उन्होंने कहा, लोग कहते हैं जो बसपा छोड़कर जाता है उसकी राजनीति समाप्त हो जाती है, लेकिन बसपा छोड़ते समय मैंने कसम खाई थी कि मैं मायावती को राजनीति सिखा कर ही दम लूंगा।
तीन तलाक मामले पर लगातार विरोध कर रही योगी सरकार और केंद्र की मोदी सरकार से मुस्लिम महिलाएं काफी खुश हैं, लेकिन योगी सरकार के मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने इस मुद्दे को लेकर जिस ‘हवस’ शब्द का प्रयोग किया है, वो सभ्य समाज में इस्तेमाल किया जाना गलत है। स्वामी प्रसाद मौर्य की मंशा भले ही सही हो लेकिन उनके द्वारा इस तरह के शब्दों का प्रयोग किया जाना सही नहीं है।
गौरतलब है कि स्वामी प्रसाद मौर्य पहले भी बयानों के चलते चर्चा में रहे हैं। बीएसपी छोड़ने के बाद उन्होंने मायावती पर टिकट बेचने का आरोप लगाया था। इसके अलावा उन्होंने दिल्ली की पूर्व सीएम शीला दीक्षित को रिजेक्टेड माल तक बताया था। वे हिंदू देवी-देवताओं पर भी आपत्तिजनक टिप्पणी कर चुके हैं।