बताया जा रहा है कि भाजपा के कई नेता तो रमेश से कुछ मामलों में सलाह तो लेते ही हैं साथ ही यूपीए सरकार में रमेश द्वारा बनाए गए स्लोगन का बाकायदा उपयोग भी करते हैं। रमेश के बारे में कहा जाता है कि कभी गांधी परिवार के खिलाफ लेख लिखकर अखबारों के कार्यालय में जाते थे और आज इस परिवार के नजदीकी लोगों में शुमार हैं। वैसे भी रमेश का राज्यसभा का कार्यकाल खत्म होने वाला है वैसे में रमेश को दोनों तरफ तालमेल बिठाकर चलना ही होगा।
जयराम की बल्ले-बल्ले
कांग्रेस सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश की मौजूदा सरकार में भी बल्ले-बल्ले है। कांग्रेस नेताओं के साथ-साथ भाजपा नेताओं से भी उनके अच्छे संबंध है।
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