झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने मंगलवार को दावा किया कि उनके पूर्ववर्ती हेमंत सोरेन एक साजिश का शिकार हुए हैं।मुख्यमंत्री सोरेन ने विधानसभा में संवाददाताओं से कहा, ‘‘उनकी (हेमंत सारेन) सरकार को पांच साल के लिए जनादेश मिला था… हालांकि, हेमंत बाबू के खिलाफ एक साजिश रची गई और सरकार को चार साल में गिरा दिया गया।"
उन्होंने कहा कि नेतृत्व में बदलाव हुआ है, लेकिन झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेतृत्व वाला गठबंधन हेमंत सोरेन द्वारा शुरू की गई योजनाओं को आगे बढ़ाना जारी रखेगा। चंपई सोरेन ने कहा, ”मुझे हेमंत बाबू की अधूरी योजनाओं को पूरा करना है।” मंत्रिमंडल विस्तार पर उन्होंने कहा, ‘यह जल्द ही होगा।’
इस बीच, कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने कहा कि मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर बातचीत की जा रही है। झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन में कांग्रेस के मंत्रियों पर निर्णय के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इस पर निर्णय दिल्ली में पार्टी नेतृत्व द्वारा किया जाएगा। आलम ने कहा कि झारखंड विधानसभा का बजट सत्र 23 फरवरी से होने की उम्मीद है।
मत विभाजन के दौरान विधानसभा में 77 विधायक मौजूद थे, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी शामिल हुए। कथित भूमि घोटाले से जुड़े धनशोधन मामले में 31 जनवरी को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के तुरंत बाद हेमंत सोरेन को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार कर लिया था।