तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने मंगलवार को दार्शनिक रुख अपनाते हुए कहा कि वह अगले साल फरवरी तक 70 वर्ष के हो जाएंगे और वह केवल राज्य का विकास चाहते हैं, ‘‘पद’’ नहीं।
राव ने गजवेल में अपनी आखिरी रैली को संबोधित किया, जिस क्षेत्र का वह वर्तमान में प्रतिनिधित्व करते हैं। राव ने कांग्रेस द्वारा तेलंगाना की सत्ता में आने पर ‘इंदिराम्मा राज्यम’ (पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का शासन) वापस लाने संबंधी टिप्पणी को लेकर कांग्रेस पार्टी के नेताओं पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि पूर्व प्रधानमंत्री का शासन ‘मुठभेड़ों, गोलीबारी और हत्याओं’ से भरा हुआ था।
राव आगामी विधानसभा चुनाव में गजवेल क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं। भाजपा ने अपने विधायक एटाला राजेंदर को के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) के खिलाफ खड़ा किया है, जिससे इस निर्वाचन क्षेत्र में चुनाव बहुत रोचक हो गया है। उन्होंने गजवेल के मतदाताओं को विधायक चुनने के लिए धन्यवाद देते हुए आश्वासन दिया कि यदि एक बार उन्हें और मौका मिला तो निर्वाचन क्षेत्र का और विकास किया जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘‘आने वाले फरवरी तक मैं 70 साल का हो जाऊंगा। आप सभी के आशीर्वाद से तेलंगाना को राज्य का दर्जा मिलना अपने आप में मेरे लिए बहुत बड़ा सम्मान है। पद महत्वपूर्ण नहीं हैं। मैं पिछले 10 साल से मुख्यमंत्री हूं। भविष्य में तेलंगाना एक महान राज्य बने, यही मेरी महत्वाकांक्षा है।’’
राव ने गजवेल के मतदाताओं को इसके लिए धन्यवाद दिया कि उन्होंने उन्हें अपना विधायक चुना और कहा कि यदि उन्हें एक बार फिर मौका मिला तो वह निर्वाचन क्षेत्र का और विकास करेंगे। उन्होंने उम्मीद जताई कि तेलंगाना 100 प्रतिशत साक्षरता हासिल करेगा और गरीबों को मुफ्त में बेहतर चिकित्सा सुविधाएं दी जाएंगी। राव ने यह भी कहा कि उनका सपना तेलंगाना को खाद्य प्रसंस्करण उद्योग का केंद्र बनाना है।
तीस नवंबर के विधानसभा चुनावों में बीआरएस उम्मीदवारों के लिए वोट मांगते हुए राव ने यहां अपनी 95वीं चुनावी रैली में वादा किया कि यदि उनकी पार्टी फिर से सत्ता में आयी तो वारंगल को अतिरिक्त नागरिक बुनियादी ढांचे के साथ विकसित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि साथ ही, वारंगल के पास एक बड़ा टेक्सटाइल पार्क एक लाख लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान करेगा। उन्होंने आश्वासन दिया, "चूंकि यह (वारंगल) तेलंगाना का दूसरा सबसे बड़ा शहर है, हम इस शहर में कई उद्योग लाएंगे।"
राव ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के कार्यकाल में कोई विकास नहीं हुआ। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि विकास कार्य जारी रखने के लिए बीआरएस को फिर से सत्ता में लाने की जरूरत है। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि यदि बीआरएस राज्य में सत्ता में आती है, तो वृद्धावस्था पेंशन मौजूदा 2,000 रुपये से बढ़ाकर 5,000 रुपये प्रति माह कर दी जाएगी।
उन्होंने इंदिरा गांधी के शासन का जिक्र करते हुए आरोप लगाया, “आज, कांग्रेस के लोग कह रहे हैं कि अगर वे जीत गए तो वे इंदिराम्मा राज्यम लाएंगे। इंदिराम्मा राज्यम कौन चाहता है? इंदिराम्मा राज्यम में क्या हुआ था? यदि यह इतना अच्छा होता, तो एनटीआर (आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन टी रामाराव) को एक पार्टी क्यों बनानी पड़ती और 2 रुपये प्रति किलोग्राम चावल की पेशकश क्यों करनी पड़ती। इंदिराम्मा राज्यम आपातकाल, मुठभेड़ों, गोलीबारी और हत्याओं से भरा था।’’