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पश्चिम बंगाल: टीएमसी के खिलाफ लेफ्ट, कांग्रेस, बीजेपी के सुर मिले, अब क्या करेंगी दीदी? जानें पूरा माजरा

अपने राजनीतिक मतभेदों को दूर करते हुए, माकपा, भाजपा और कांग्रेस के सदस्यों ने शहर में निकाय चुनाव के...
पश्चिम बंगाल: टीएमसी के खिलाफ लेफ्ट, कांग्रेस, बीजेपी के सुर मिले, अब क्या करेंगी दीदी? जानें पूरा माजरा

अपने राजनीतिक मतभेदों को दूर करते हुए, माकपा, भाजपा और कांग्रेस के सदस्यों ने शहर में निकाय चुनाव के दौरान क्षेत्र के दो बूथों पर तृणमूल कांग्रेस द्वारा कथित धांधली के विरोध में कोलकाता के एक पुलिस थाने के बाहर रविवार को धरना दिया। तीनों पार्टियां मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ दबाव बनाने के काम कर रही हैं।

उत्तरी कोलकाता के हातीबागान इलाके में बर्टोला पुलिस थाने के बाहर तीनों पार्टियों के कार्यकर्ता अपने-अपने झंडे लिए हुए थे। उन्होंने मुख्यमंत्री और टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी के खिलाफ नारेबाजी की और उन दो बूथों पर दोबारा मतदान की मांग की।

हालांकि टीएमसी महासचिव पार्थ चटर्जी ने कहा, "विपक्षी दलों ने तृणमूल कांग्रेस और प्रशासन को बदनाम करने के लिए गठबंधन किया है। उनका कोई एजेंडा नहीं है, लोगों से संपर्क टूट गया है और चुनाव में हार को लेकर आश्वस्त हैं।"

कोलकाता नगर निगम चुनाव रविवार को हुआ था।

चटर्जी ने कहा, "एसईसी (राज्य चुनाव आयोग) ने स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के लिए सभी कदम उठाए हैं और कोलकाता पुलिस ने सराहनीय काम किया है।"

विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने दावा किया कि केएमसी चुनावों में टीएमसी द्वारा आतंकी रणनीति और धांधली ने सभी विपक्षी दलों- भाजपा के साथ-साथ वाम मोर्चा और कांग्रेस के लोकतांत्रिक अधिकार छीन लिए हैं। भाजपा नेता अधिकारी ने कहा, "इसलिए, यह सबके हित में है कि वे सभी लोकतंत्र की हत्या का विरोध करने के लिए एक साथ आए।"

एसईसी के अनुसार, यहां 63.63 प्रतिशत मतदान हुआ है। केएमसी चुनाव कुछ झड़पों और बम फेंकने की कुछ घटनाओं को छोड़कर शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ।

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