राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में सोमवार से कांग्रेस की सरकार होगी। नए मुख्यमंत्री आज शपथ ले रहे हैं। इस दौरान राजस्थान में विपक्ष के कई बड़े नेताओं की मौजूदगी में अशोक गहलोत ने 12वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। राज्यपाल कल्याण सिंह ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इसी के साथ वह तीसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री बन गए हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गहलोत इससे पहले भी राजस्थान के दो बार सीएम रह चुके हैं। जयपुर के अल्बर्ट हॉल में उनके साथ सचिन पायलट ने उप-मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। सचिन राज्य के पांचवें डिप्टी सीएम बने।
जुटा विपक्ष लेकिन माया-अखिलेश नहीं हुए शामिल
अशोक गहलोत के शपथग्रहण समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह तो मौजूद रहे ही, साथ में नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता फारूक अब्दुल्ला, एनसीपी नेता शरद पवार, वरिष्ठ नेता शरद यादव, बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, डीएमके नेता एमके स्टालिन, आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू, कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी और उनके पिता एचडी देवेगौड़ा भी मंच पर मौजूद रहे। जबकि समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती समारोह में शामिल नहीं हुए।
Former PM Dr. Manmohan Singh, Congress President @RahulGandhi & opposition leaders from across the country gather in Rajasthan for the swearing in ceremony of CM @ashokgehlot51 & Deputy CM @SachinPilot #IndiaTrustsCongress pic.twitter.com/BRFShH4fkF
— Congress (@INCIndia) December 17, 2018
गहलोत का सियासी सफर
राजस्थान में ‘राजनीति का जादूगर’ से लेकर मारवाड़ का गांधी’ के नाम से पुकारे जाने वाले अशोक गहलोत को राजस्थान की कमान एक बार फिर मिल गई है। पिछले कुछ समय से कांग्रेस के महासचिव (संगठन) का पदभार संभाल रहे गहलोत को जमीनी नेता और अच्छा संगठनकर्ता माना जाता है।
‘मारवाड़ का गांधी’ माने जाने वाले गहलोत को राजनीति में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी लेकर आई थीं। ऐसा कहा जाता है कि वह पूर्वोत्तर क्षेत्र में शरणार्थियों के बीच अच्छा काम कर रहे थे और इंदिरा उनके काम से काफी प्रभावित थीं। गहलोत ने राजनीति के अलावा 1971 में बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम के दौरान पश्चिम बंगाल में बांग्लादेशी शरणार्थियों के शिविरों में काम किया और कई सामाजिक गतिविधियों में शामिल रहे।
मूल रूप से जोधपुर के रहने वाले गहलोत (67) 1998 से 2003 और 2008 से 2013 तक राजस्थान के दो बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं। तीन मई 1951 को जन्मे गहलोत ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत 1974 में एनएसयूआई के अध्यक्ष के रूप में की थी। वह 1979 तक इस पद पर रहे। गहलोत 1979 से 1982 तक कांग्रेस पार्टी के जोधपुर जिला अध्यक्ष रहे और 1982 में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव बने। इससे पहले ही 1980 में गहलोत पहली बार सांसद बने। वह 1980 से 1999 तक पांच बार 7वीं, 8वीं, 10वीं, 11वीं और 12वीं लोकसभा के लिए चुने गए।
गहलोत 1999 से जोधपुर के सरदारपुरा विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। वह 11वीं, 12वीं,13वीं और 14वीं राजस्थान विधानसभा के सदस्य रह चुके हैं। पांच बार सांसद रह चुके गहलोत पांचवीं बार विधायक बने हैं।
वह 1982-1983 तक केन्द्र में पर्यटन उप-मंत्री और 1983-84 में नागरिक उड्रडयन, 1984 में खेल उप-मंत्री, 1984-85 में पर्यटन और नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री, 1991-93 तक वस्त्र राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) का पदभार संभाल चुके हैं।
गहलोत 2004-2009 तक अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव (दिल्ली और सेवादल प्रभारी), 2004 में कांग्रेस कार्य समिति और हिमाचल प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के प्रभारी रह चुके हैं।
राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी में कई अहम पदों पर रह चुके गहलोत तीन बार कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष रहे हैं।
मध्यप्रदेश: कमलनाथ संभालेंगे कमान
मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ मध्य प्रदेश के 18 वें मुख्यमंत्री के तौर पर दोपहर 1.30 बजे भोपाल में बीएचईएल के जंबूरी मैदान में शपथ लेंगे। मध्यप्रदेश में कांग्रेस 114 सीटों पर जीती। कमलनाथ के साथ आरिफ अकील, सज्जन सिंह वर्मा, तुलसी सिलावट, गोविंद राजपूत, हुकुम सिंह कराड़ा, विजय लक्ष्मी साधौ, बिसाहूलाल सिंह, डॉ. प्रभुराम चौधरी, जीतू पटवारी, पीसी शर्मा, लक्ष्मण सिंह जयवर्द्धन सिंह, हिना कांवरे, कमलेश्वर पटेल, तरुण भनोत और निर्दलीय प्रदीप जायसवाल भी मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं।
छत्तीसगढ़: तीसरे मुख्यमंत्री होंगे भूपेश बघेल
छत्तीसगढ़ कांग्रेस के अध्यक्ष भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ के तीसरे मुख्यमंत्री के तौर पर सोमवार को रायपुर के साइंस कॉलेज में शाम 4.30 बजे शपथ लेंगे। कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने बताया कि सोमवार को बघेल अकेले शपथ लेंगे। मंत्रियों पर फैसला बाद में होगा।