राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के दौरान कहा था और आंकलन किया था कि भारतीय जनता पार्टी डबल डिजिट से आगे नहीं बढ़ पाएगी। ये भविष्यवाणी आज यानी रविवार दो मई को मतगणना के रूझान के दौरान अब दिखाई दे रहा है।
कुल 292 सीटों पर आए रूझान में बीजेपी को 88 सीटें ही मिलती हुई दिखाई दे रही है जबकि ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) को 202 सीटे मिलती हुई दिखाई दे रही है। लेकिन, इस गणना के दौरान कई हॉट सीटें हैं जिस पर सभी की नजर बनी हुई है। नंदीग्राम सीट से टीएमसी की ममता बनर्जी पीछे चल रही है। जबकि शुभेंदु अधिकारी जो बीजेपी की तरफ से हैं, वो आगे चल रहे हैं। हालांकि, अब दोनों के बीच में वोटों के अधिक होने का अंतर घट गया है। अब शुभेंदु अधिकारी सात हजार से घटकर चार हजार सीट के साथ लीड कर रहे हैं।
वहीं, भाजपा के तीन बड़े चेहरे लगातार पिछड़ते नजर आ रहे हैं। टॉलीगंज सीट से सांसद बाबुल सुप्रियो लगातार पिछड़ते दिखाई दे रहे हैं। इस सीट पर टीएमसी के अरूप बिस्वास उनके मुकाबले आगे चल रहे हैं। अरूप बिस्वास सुप्रियो के मुकाबले फिलहाल 9,000 से ज्यादा वोटों से आगे चल रहे हैं।
पूर्व राज्यसभा सांसद और भाजपा की तरफ से तारकेश्वर सीट से उम्मीदवार स्वप्न दासगुप्ता पिछड़ते नजर आ रहे हैं। शुरुआती रुझानों में तारकेश्वर सीट से स्वपन दासगुप्ता 3 हजार से अधिक वोटों से पिछड़ते दिखाई दे रहे हैं। तारकेश्वर सीट पर स्वपन दासगुप्ता को टीएमसी के रामेंदु सिंहाराय टक्कर दे रहे हैं। तारकेश्वर विधानसभा सीट हूगली जिले में आता है।
एक्ट्रेस से नेता बनीं लॉकेट चटर्जी भी पीछे चल रही है। बीजेपी की तरफ से चटर्जी चुनचुरा विधानसभा सीट से शुरुआती रुझानों में पिछड़ती दिखाईं दे रही हैं। इस सीट पर लॉकेट चटर्जी को टीएमसी के वर्तमान विधायक असित मजूमदार टक्कर दे रहे हैं।
कई दशकों से टीएमसी के साथ रहने वाले रविंद्र भट्टाचार्य ने चुनाव से पहले पाल बदलकर बीजेपी में शामिल हो गए थे। वो सिंगुर आंदोलन में ममता के साथी थे। आ रहे रूझान में सिंगुर से वो पिछड़ते हुए नजर आ रहे हैं। उन्हें टीएमसी के बेचराम मन्ना टक्कर दे रहे हैं। अभी दोनों के बीच सात हजार से अधिक वोटों का अंतर दिखाई दे रहे हैं।
(आंकड़े दोपहर के साढे 12 बजे तक के हैं।)