भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के चंडीगढ़ लोकसभा सीट से उम्मीदवार संजय टंडन ने कहा कि स्थानीय निवासी होना और ‘‘मजबूत मोदी लहर’’ उन्हें इस क्षेत्र में ‘‘भारी’’ जीत हासिल करने में मदद करेगी।
टंडन ने पंजाब में लुधियाना और आनंदपुर साहिब से 2009 और 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ चुके कांग्रेस उम्मीदवार मनीष तिवारी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘चंडीगढ़ को ऐसा व्यक्ति चाहिए जो उनमें से ही कोई हो और जो हर सुख-दुख में उनके साथ रहा हो।’’
भाजपा चंडीगढ़ में तिवारी को ‘‘बाहरी’’ नेता बताती रही है जबकि कांग्रेस नेता ने पलटवार करते हुए कहा है कि उनकी जड़ें स्थानीय हैं।
चंडीगढ़ में 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए एक जून को मतदान होगा। मतगणना चार जून को होगी।
छत्तीसगढ़ के पूर्व राज्यपाल और जनसंघ के संस्थापक सदस्यों में से एक दिवंगत बलरामजी दास टंडन के पुत्र संजय टंडन (60) को निवर्तमान सांसद किरण खेर के स्थान पर उम्मीदवार बनाया गया है जबकि कांग्रेस ने चंडीगढ़ में चुनावी मुकाबले के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेता तिवारी (58) को उतारा है।
विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलेपमेंटल इन्क्लूसिव एलायंस) का हिस्सा कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) इस बार गठबंधन में चंडीगढ़ से चुनाव लड़ रही हैं।
टंडन ने कहा, ‘‘यहां मोदी की मजबूत लहर है।’’ उन्होंने कहा कि जब भाजपा कार्यकर्ता प्रचार करते हुए लोगों के घरों में जाते हैं तो उनसे कहा जाता है, ‘साड्डा वोट मोदी नू’। उन्होंने कहा, ‘‘हम बड़ी जीत की ओर बढ़ रहे हैं।’’
टंडन ने दावा किया कि चंडीगढ़ के लोग उनके नामाकंन से उत्साहित हैं क्योंकि वह स्थानीय निवासी हैं और उनका लोगों से एक जुड़ाव है। उन्होंने ‘हमारा संजय टंडन’ नाम से एक चुनाव प्रचार अभियान शुरू किया है।
पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट टंडन ने कहा, ‘‘मैं घर-घर तक जाऊंगा और यहां दिल से दिल का जुड़ाव होगा।’’ तिवारी के इस बयान पर कि उनका जन्म और लालन-पालन चंडीगढ़ में हुआ, भाजपा नेता ने कहा कि यह चंडीगढ़ के लोग तय करेंगे कि कौन स्थानीय निवासी है और कौन नहीं।
टंडन ने यहां ‘पीटीआई-’ से कहा, ‘‘चंडीगढ़ को ऐसे व्यक्ति की जरूरत है जो उनमें से एक हो। चंडीगढ़ को ऐसे व्यक्ति की जरूरत है जो उनके लिए उपलब्ध रहे।’’