गुजरात में 6 महानगर पालिका चुनावों में मतगणना जारी है। इन महानगर पालिका (मनपा) की कुल 576 सीटों पर 21 फरवरी को वोट डाले गए थे। सभी 6 मनपा में बीजेपी को बहुमत मिल गया है। इनमें अहमदाबाद, सूरत, राजकोट, वडोदरा, जामनगर और भावनगर शामिल हैं। बीजेपी ने 401 और कांग्रेस 50 सीटें जीत ली हैं। सूरत में आम आदमी पार्टी का खाता खुला है। पार्टी ने आठ सीटों पर जीत दर्ज की है।
गुजरात में 6 महानगरों अहमदाबाद, सूरत, वडोदरा, जामनगर, भावनगर और राजकोट में वोटिंग हुई थी। अहमदाबाद की नारायणपुरा सीट पर महिला उम्मीदवार बिंद्रा सूरती के सामने कोई उम्मीदवार न होने की वजह से भाजपा यह सीट चुनाव पूरे होने से पहले ही जीत चुकी है।
जामनगर में बसपा ने तीन सीटों पर जीत प्राप्त की है। वहीं पहली बार गुजरात निकाय चुनाव में उतरी असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम को अहमदाबाद की चार सीटों पर विजय मिली है। बहुमत मिलता देख भाजपा के कार्यकर्ता जश्न मना रहे हैं।
इस चुनाव को भाजपा और कांग्रेस ने आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए ज्यादा अहमियत दी है। गृहमंत्री अमित शाह भी अपने पूरे परिवार के साथ वोट डालने के लिए पहुंचे थे। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के अलावा केंद्रीय मंत्रियों ने भी चुनाव प्रचार में कोई कमी नहीं छोड़ी थी।
सूरत में 2015 के चुनाव की तुलना में इस बार कांग्रेस को नुकसान हो रहा है। इसकी दो वजहें हैं। पहली- पाटीदार आरक्षण समिति (पास) ने कांग्रेस का विरोध किया था। दूसरी- आम आदमी पार्टी ने पाटीदार उम्मीदवारों को टिकट दिए और उसी क्षेत्र को केंद्र में रखकर प्रचार किया। यही वजह रही कि आम आदमी पार्टी यहां कांग्रेस से भी आगे निकल गई। भाजपा ने भी पाटीदार क्षेत्रों में रोड शो किए थे, लेकिन इसके बावजूद उसका सभी 120 सीटें जीतने का टारगेट पूरा होना मुमकिन नहीं लग रहा। पिछली सूरत में भाजपा को 120 में से 80 और कांग्रेस को 36 सीटें मिली थीं।