कांग्रेस ने कर्नाटक में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए शनिवार को 124 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी की, जिसमें कांग्रेस की राज्य इकाई के अध्यक्ष डी के शिवकुमार और विधायक दल के नेता सिद्धरमैया समेत कई प्रमुख नेताओं के नाम शामिल हैं। यदि कर्नाटक में कांग्रेस की जीत होती है, तो शिवकुमार एवं सिद्धरमैया दोनों ही मुख्यमंत्री पद के प्रत्याशी होंगे।
सूची के अनुसार, शिवकुमार अपने पुराने कनकपुरा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे और सिद्धरमैया मैसुरु जिले की वरुणा सीट के अपने घरेलू मैदान में वापसी कर रहे हैं। इस सीट का प्रतिनिधित्व इस समय उनके बेटे डॉ. यतींद्र सिद्धरमैया कर रहे हैं। उम्मीदवारों की पहली सूची में यतींद्र का नाम शामिल नहीं है।
सिद्धरमैया वर्तमान में बादामी सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने पहले घोषणा की थी कि वह कोलार से चुनाव लड़ेंगे, लेकिन ऐसा बताया जा रहा है कि पार्टी नेतृत्व द्वारा वहां से लड़ने के ‘‘जोखिम’’ को लेकर सचेत किए जाने के बाद वह इस फैसले से पीछे हट गए।
सिद्धरमैया (75) ने शुक्रवार को संकेत दिया था कि वह मैसुरु जिले में अपने गृह क्षेत्र वरुणा से चुनाव लड़ सकते हैं। उन्होंने वरुणा सहित दो निर्वाचन क्षेत्रों से चुनाव लड़ने का संकेत दिया था। पहली सूची में दूसरी सीट का जिक्र नहीं किया गया है।
कांग्रेस दक्षिणी राज्य में भारतीय जनता पार्टी से सत्ता छीनने की कोशिश कर रही है। पार्टी ने 124 सीट पर उम्मीदवारों की घोषणा हो गई है तथा 100 और सीट पर उम्मीदवारों के नाम तय किए जाने हैं। कर्नाटक में कुल 224 विधानसभा सीट हैं। कांग्रेस ने कम से कम 150 सीट जीतने का लक्ष्य रहा है। निर्वाचन आयोग कुछ दिन में चुनाव कार्यक्रम घोषित कर सकता है।
पहली सूची में अधिकतर वर्तमान विधायकों के प्रतिनिधित्व वाली सीट और वे निर्वाचन क्षेत्र शामिल हैं जिनके लिए राज्य इकाई द्वारा केवल एक नाम की सिफारिश की गई थी।
दिलचस्प बात है कि सात बार सांसद रहे और पूर्व केंद्रीय मंत्री के एच मुनियप्पा की राज्य की राजनीति में वापसी हुई है और उन्हें देवनहल्ली सीट से मैदान में उतारा गया है। उनकी बेटी एवं कोलार गोल्ड फील्ड से मौजूदा विधायक रूपकला एम को इसी सीट से पुन: उम्मीदवार बनाया गया है।
91 वर्षीय अनुभवी नेता शमनूर शिवशंकरप्पा को एक बार फिर दावणगेरे दक्षिण से टिकट मिला है और उनके बेटे एस एस मल्लिकार्जुन को दावणगेरे उत्तर से उम्मीदवार बनाया गया है।
टिकट पाने वाले पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में जी परमेश्वर (कोरातागेरे) भी शामिल हैं। इसके अलावा आर वी देशपांडे को हलियाल सीट, एच के पाटिल को गडग सीट, एम बी पाटिल (प्रचार समिति प्रमुख) को बाबलेश्वर सीट, प्रियांक खरगे (अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे) को चितपुर, के आर रमेशकुमार (पूर्व अध्यक्ष) को श्रीनिवासपुर, ईश्वर खंड्रे (कार्यकारी अध्यक्ष) को भालकी, सतीश लक्ष्मणराव जरकीहोली (कार्यकारी अध्यक्ष) को यमकानमर्दी, के जे जॉर्ज को सर्वगण नगर और दिनेश गुंडू राव को गांधी नगर से उम्मीदवार बनाया गया है।
पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष रहे आर ध्रुवनारायण के बेटे दर्शन ध्रुवनारायण को नंजनगुड से टिकट मिला है। आर ध्रुवनारायण का हाल में निधन हो गया था। वरिष्ठ नेता एच सी महादेवप्पा को टी नरसीपुर से मैदान में उतारा गया है।
जनता दल (सेक्युलर) के नेता एच डी कुमारस्वामी के बेटे निखिल कुमारस्वामी के खिलाफ रामनगर से इकबाल हुसैन एच ए को उम्मीदवार बनाया गया है।
पुट्टन्ना और यू बी बंकर को क्रमश: राजाजीनगर और हिरेकेरूर से टिकट दिया गया है। कांग्रेस ने सोराब से मधु बंगारप्पा को मैदान में उतारा है, जहां उनका मुकाबला भाजपा के मौजूदा विधायक एवं अपने भाई कुमार बंगारप्पा से होने की संभावना है।
इनके अलावा पूर्व मंत्री एम. कृष्णप्पा और उनके पुत्र प्रियकृष्ण को क्रमशः विजयनगर और गोविंदराज नगर क्षेत्रों से और पूर्व मंत्री रामलिंगा रेड्डी (कार्यकारी अध्यक्ष) और उनकी बेटी सौम्या आर को क्रमशः बीटीएम लेआउट और जयनगर सीट से उम्मीदवार बनाया गया है।
पहली सूची में आठ मुस्लिम उम्मीदवार है। इनमें यू.टी. अब्दुल खादर अली फरीद (मैंगलोर), तनवीर सैत (नरसिम्हाराजा), एन.ए. हारिस (शांति नगर), रिजवान अरशद (शिवाजीनगर), रहीम खान (बीदर), इकबाल हुसैन एच.ए. (रामनगरम), बी.जेड. जमीर अहमद खान (चमराजपेट) और कनीज फातिमा (गुलबर्गा उत्तर) शामिल हैं।
पहली सूची में छह महिलाओं ने जगह बनाई है, जिनमें कनीज फातिमा, लक्ष्मी रवींद्र हेब्बलकर (बेलगाम ग्रामीण), डॉ. अंजलि निंबालकर (खानापुर), रूपकला एम (केजीएफ), कुसुमा एच (राजाराजेश्वरनगर) और सौम्या आर (जयनगर) शामिल हैं।
दिलचस्प बात यह है कि कांग्रेस ने चन्नापटना से उम्मीदवार के नाम की घोषणा नहीं की है, जहां से पूर्व मुख्यमंत्री एवं जद (एस) नेता एच डी कुमारस्वामी चुनाव लड़ रहे हैं। इसके अलावा शिगावी सीट से भी कांग्रेस ने अभी उम्मीदवार तय नहीं किया है, जहां से भारतीय जनता पार्टी मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई को मैदान में उतार सकती है। कर्नाटक में मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल मई में समाप्त होगा। उससे पहले राज्य में चुनाव होने हैं।