भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) लोकसभा चुनावों के लिए अब तक अपने उम्मीदवारों की चौथी लिस्ट जारी कर चुकी है। इस तरह अब तक कुल 232 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया जा चुका है। इन चारों ही लिस्ट के आधार पर यह कहा जा सकता है कि भाजपा उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, महाराष्ट्र जैसे बड़े राज्यों में अब तक मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट देने से बची है। पार्टी ने बिहार में अपने प्रमुख नेता शाहनवाज हुसैन को इस बार टिकट नहीं दिया है। 2014 में शाहनवाज भागलपुर सीट से 8000 मतों से हार गए थे। इस बार उनकी सीट जद(यू) के खाते में गई है। अब देखना यह है कि पार्टी अपने दूसरे प्रमुख चेहरे मुख्तार अब्बास नकवी को इस बार टिकट देती है या नहीं।
बड़े राज्यों में मुस्लिम उम्मीदवारों से बनाई दूरी
भाजपा द्वारा जारी उम्मीदवारों की चारों सूची के आधार पर ये साफ कहा जा सकता है कि बीजेपी ने बड़े राज्यों में मुस्लिम उम्मीदवारों से दूरी बनाई हुई है। उत्तर प्रदेश में जिन 28 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की गई है, उनमें एक भी मुसलमान नहीं है। उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, राजस्थान जैसे राज्यों में भी मुसलमानों को टिकट देने से बीजेपी बची है। हालांकि बिहार में भाजपा ने किसी मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट नहीं दिया है लेकिन उसके सहयोगी दल जेडीयू ने एक मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट दिया है।
शाहनवाज हुसैन का टिकट कटा
केंद्र की सत्ता पर काबिज राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने शनिवार को बिहार में अपने साझा उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया जिसमें बीजेपी ने बड़ा फैसला लेते हुए पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शाहनवाज हुसैन का भागलपुर से टिकट काट दिया है। भागलपुर से जेडीयू के अजय कुमार मंडल एनडीए के उम्मीदवार बने हैं। हुसैन को लेकर भी ये आशंका जाहिर की जा रही थी कि पार्टी की केन्द्रीय चुनाव समिति के नेता शाहनवाज हुसैन का टिकट भी इस बार काट सकती है, जो आज सही साबित हुई। हालांकि यहां यह भी ध्यान देने वाली बात है कि उत्तर प्रदेश की मुस्लिम बहुल सीटों पर पार्टी ने हिन्दू उम्मीदवारों को ही उतारा है।
2014 के चुनाव में हुसैन को मिली थी हार
बीजेपी ने पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शाहनवाज हुसैन 2014 में भागलपुर लोकसभा क्षेत्र से बेहद नजदीकी मुकाबले में चुनाव हार गए थे। हालांकि, वह 1999 के अलावा 2006 में उपचुनाव में भागलपुर से चुनाव जीत चुके हैं। इसके बाद वह 2009 में भी चुनाव जीतने में कामयाब रहे थे। लेकिन, 2014 के चुनाव में उन्हें हार मिली थी।
अब तक छह मुस्लिम उम्मीदवार
भाजपा द्वारा जारी की गई पहली लिस्ट में पार्टी ने जम्मू-कश्मीर, लक्षद्वीप और तेलंगाना से पांच उम्मीदवारों की घोषणा की है। पार्टी ने बारामुला से एमएम वार, श्रीनगर से खालिद जहांगीर और अनन्तनाग सीट से सोफी यूसुफ को टिकट दिया है। इसके अलावा भाजपा ने लक्षद्वीप से अब्दुल खादिर को मैदान में उतारा है। पांचवे मुस्लिम उम्मीदवार जलोथू हुसैन नाईक हैं, जो तेलंगाना के महबूबाबाद से चुनाव लड़ेंगे। वहीं, भाजपा ने अपनी चौथी लिस्ट में पश्चिम बंगाल के जांगीपुर से एक महिला उम्मीदवार को टिकट दिया है।
2014 में 7 मुस्लिम उम्मीदवारों को दिया था टिकट
वहीं, अगर 2014 के लोकसभा चुनाव की बात करें तो उस समय बीजेपी के जिन 482 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा था, उनमें से सिर्फ 7 मुस्लिम थे इनमें से कोई भी नहीं जीता। हारने वालों में लंबे समय से पार्टी सांसद रहे शाहनवाज हुसैन भी शामिल हैं। यहां तक कि जम्मू-कश्मीर में जहां बीजेपी के पहली बार तीन सांसद जीते वहां भी पार्टी का कोई मुस्लिम कैंडिडेट नहीं था।
ये थे वे मुस्लिम उम्मीदवार
- बिहार के भागलपुर से शाहनवाज हुसैन
- पश्चिम बंगाल के तामलुक से बादशाह आलम
- घातल से मोहम्मद आलम
- जम्मू-कश्मीर के बारामुला से गुलाम मोहम्मद मीर
- श्रीनगर से फैय्याज अहमद भट
- अनंतनाग से मुश्ताक अहमद मलिक