आगामी लोकसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपने 184 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है। पार्टी ने अपनी पहली लिस्ट में पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी और बी सी खंडूरी जैसे वरिष्ठ नेताओं को जगह नहीं दी है। पार्टी के इस कदम से ऐसा लगता है कि बीजेपी चुनावी राजनीति से अपने कई पुराने दिग्गजों को दूर रखने का फैसला कर लिया है।
माना जा रहा है कि कलराज मिश्र और भगत सिंह कोशियारी जैसे वरिष्ठ नेताओं को इस बात की भनक लग गई थी कि पार्टी इस बार उन्हें टिकट नहीं देगी। शायद यही वजह है कि दोनों नेताओं ने लोकसभा चुनाव 2019 नहीं लड़ने का ऐलान कर दिया। मोदी जहां वाराणसी से चुनाव लड़ेंगे वहीं शाह को गांधी नगर सीट पर उम्मीदवार बनाया गया है।
लिस्ट में कई नाम तो ऐसे हैं जो पहले से तय माने जा रहे थे, लेकिन इसी में कुछ नाम या बदलाव चौंकाने वाले रहे। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह गांधीनगर सीट से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। अब तक यह सीट भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के पास थी। हालांकि, आडवाणी अकेले ऐसे नेता नहीं है जिन्हें पार्टी ने अपनी पहली लिस्ट में स्थान नहीं दिया है। ऐसे और भी कई नेता हैं जिनका नाम इस लिस्ट में नहीं है, तो आइए जानते हैं कि किन सीटों से इस बार मौजूदा सांसद चुनाव नहीं लड़ेंगे...
लालकृष्ण आडवाणी
गांधीनगर सीट से छह बार सांसद रहे लालकृष्ण आडवाणी 2019 के चुनाव में गांधी नगर से चुनाव नहीं लड़ेंगे। इस सीट से बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह मैदान में उतर रहे हैं। आडवाणी यहां से 1991 में पहला चुनाव जीते थे। इसके बाद 1998, 1999, 2004, 2009 और 2004 में वह गांधीनगर से विजयी रहे। अमित शाह अभी राज्यसभा सांसद हैं। पार्टी द्वारा आडवाणी की जगह अमित शाह को गांधी नगर सीट से टिकट दिए जाने के बाद इन दावों को बल मिल रहा है कि 91 साल के आडवाणी अब चुनाव ना लड़ें। हालांकि, यह केवल कयास है और जब तक पार्टी अपने सभी उम्मीदवारों की लिस्ट जारी नहीं कर सकती तब तक आडवाणी के चुनाव ना लड़ने को लेकर कुछ भी कहना सही नहीं होगा।
कलराज मिश्रा
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और देवरिया से सांसद कलराज मिश्रा की बात करें तो उन्होंने इस बार लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा की है। कलराज मिश्रा का यह बयान तब आया है, जब बीजेपी ने अभी उत्तर प्रदेश के उम्मीदवारों की सूची भी जारी नहीं की थी। कलराज मिश्रा द्वारा लोकसभा चुनाव ना लड़ने की घोषणा के बाद ऐसा कहा जा रहा है कि पार्टी इस बार 75 साल से अधिक उम्र होने के कारण कलराज मिश्रा को चुनाव लड़ाने की जगह अन्य तरह की जिम्मेदारियां देने के मूड में है। इसे भांपते हुए कलराज मिश्रा ने टिकट की सूची जारी होने से पहले ही चुनाव न लड़ने का ऐलान कर दिया है।
भुवन चंद्र खंडूड़ी
आडवाणी के अलावा भाजपा की पहली लिस्ट में उत्तराखंड के जिन उम्मीदवारों के नाम घोषित किए गए हैं उनमें पौढ़ी गढ़वाल से सांसद रहे राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री भुवन चंद्र खंडूड़ी का नाम नहीं है। खंडूड़ी के बेटे हाल ही में कांग्रेस में शामिल हुए हैं। पार्टी ने पूर्व सीएम की बजाय इस सीट से इस बार तीरथ सिंह रावत को टिकट दिया है।
भगत सिंह कोशियारी
इसी तरह उत्तराखंड में एक और पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोशियारी का नाम पहली लिस्ट में नहीं है। कोशियारी नैनीताल सीट से चुनाव लड़े थे। उनकी जगह पार्टी ने प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट को मैदान में उतारा है। हालांकि, कोशियारी ने खुद ही चुनाव ना लड़ने की घोषणा की थी।
कृष्णा राज
उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर सुरक्षित सीट से मौजूदा सांसद कृष्णा राज का टिकट काटकर अरुण सागर को दिया गया है। कृष्णा राज इससे पहले विधानसभा की दो बार सदस्य रह चुकी हैं।
रामशंकर कठेरिया
आगरा से वर्तमान सांसद रामशंकर कठेरिया का टिकट काटकर प्रदेश सरकार के मंत्री एसपी बघेल को प्रत्याशी बनाया गया है। बता दें कि सीनियर बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री कलराज मिश्र इस बार देवरिया से चुनाव नहीं लड़ेंगे। इसका ऐलान वह पहले ही कर चुके हैं।
यूपी की फतेहपुर सीकरी सीट से बाबूलाल की जगह राजकुमार चाहर, वहीं, हरदोई से अंशुल वर्मा की जगह जयप्रकाश रावत और मिश्रिख से अंजुबाला की जगह अशोक रावत को टिकट दिया गया है। संभल के सांसद सतपाल सैनी का टिकट काटकर परमेश्वर सैनी को उम्मीदवार बनाया गया है।