लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील सिंह ने आज यहां भाषा को बताया हमें उम्मीद है कि नेताजी (मुलायम) हमारे प्रत्याशियों के पक्ष में प्रचार करेंगे। वह सच्चे समाजवादी हैं और हम अपने बैनर, पोस्टर में उनकी फोटो का इस्तेमाल कर रहे हैं।
इटावा की जसवन्तनगर सीट से सपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव द्वारा चुनाव परिणाम आने के बाद नई पार्टी बनाने के ऐलान पर लोकदल अध्यक्ष ने कहा, मुझे उम्मीद है कि हम साथ-साथ रहेंगे।
सुनील सिंह की उम्मीदों को इस बात से भी बल मिला है, कि सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव ने सपा-कांग्रेस गठबंधन पर नाराजगी जाहिर करते हुए उसके प्रत्याशियों के पक्ष में प्रचार नहीं करने का फैसला किया था। साथ ही अपने कार्यकर्ताओं से कांग्रेस को हराने का आह्वान भी किया था।
मालूम हो कि सपा में सत्तासंघर्ष के तहत उसके चुनाव निशान साइकिल को लेकर चुनाव आयोग में सुनवाई के दौरान यह चिह्न फ्रीज होने की आशंकाओं के बीच लोकदल ने मुलायम के सामने अपने चुनाव निशान पर प्रत्याशी खड़े करने की पेशकश की थी।
‘खेत जोतता किसान’ लोकदल का चुनाव निशान है, इसी पर चुनाव लड़कर चौधरी चरण सिंह उ.प्र. के मुख्यमंत्री बने थे। पार्टी ने करीब 100 प्रत्याशियों का नाम तय कर लिया है, जब कि उसने 300 सीटों पर लड़ने का मन बनाया है।
लोकदल ने वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में राज्य की 403 में से 76 सीटों पर चुनाव लड़ा था। हालांकि उसका कोई उम्मीदवार जीत नहीं सका था, मगर ज्यादातर सीटों पर इस पार्टी को पांच हजार से 15 हजार तक वोट मिले थे।
आगामी दो फरवरी को अपने चुनावी अभियान की शुरआत करने जा रहे लोकदल अध्यक्ष सुनील सिंह ने कहा, हमने ऐसे कई विधायकों को टिकट दिया है जो मुलायम तथा शिवपाल के करीबी हैं और उन्हें सपा से टिकट नहीं मिला है। हमें उम्मीद है कि 25-30 मौजूदा विधायक हमारी पार्टी से चुनाव लड़ेंगे।
सपा पर हक की लड़ाई में चुनाव आयोग की अदालत से जीत हासिल होने के बाद अखिलेश ने मुलायम और शिवपाल के कई करीबियों का टिकट काट दिया है। इससे दोनों बेहद खफा हैं और उनके समर्थक आर-पार की लड़ाई की मुद्रा में दिख रहे हैं। लोकदल इसी में अपने लिए सम्भावनाएं देख रहा है।