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गुजरात में न भाजपा जीती, न कांग्रेस हारीः गहलोत

कांग्रेस महासचिव और गुजरात के प्रभारी अशोक गहलोत ने कहा है कि गुजरात के जो नतीजे आए हैं उसे मैं न तो...
गुजरात में न भाजपा जीती, न कांग्रेस हारीः गहलोत

कांग्रेस महासचिव और गुजरात के प्रभारी अशोक गहलोत ने कहा है कि गुजरात के जो नतीजे आए हैं उसे मैं न तो भाजपा की जीत मानता हूं और न ही कांग्रेस की हार। उन्होंने कहा कि भाजपा बेशक सरकार बनाने में कामयाब रही है, लेकिन पिछले 22 साल में पहली बार उसके सीटों की संख्या दहाई में सिमट गई है। उसका दावा 150 सीट हासिल करने का था।

गहलोत, कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला और हिमाचल प्रदेश के प्रभारी महासचिव सुशील कुमार शिंदे ने एक प्रेस कांफ्रेस में कहा कि गुजरात का चुनाव एक राज्य तक सीमित न होकर पूरे देश में चर्चा का विषय बन गया था और राहुल गांधी ने जिस तरह अभियान चलाया और उनके साथ जो माहौल दिखा उससे इंदिरा गांधी की यादें ताजा हो गई। भाजपा किसी आरोप या मुद्दो पर जबाव नहीं दे पाई और हालत यह हो गई कि गैर मुद्दों की बात करने लगी। यहां तक की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों को भावनात्मक रूप से बरगलाने की कोशिश की। कभी गुजरात का बेटा बताया तो कभी बेटे के अपमान की बात कहकर गुमराह किया। गुजरात में राहुल गांधी के मुद्दों और नैतिकता की जीत हुई है।  कांग्रेस ने नरेंद्र मोदी तथा अमित शाह के खुद के घर के अंदर घुटनों पर चलने को मजबूर कर दिया।

रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि आंकडों को देखे तो भाजपा की सीटें कम हुई है। भाजपा 1995 से 115 से 127 तक सीटें लेती रही लेकिन इन चुनावों में उनकी संख्या दहाई तक सिमट कर रह गई। कांग्रेस को 81 सीटें मिल रही है और दो बागी और एक एनसीपी जोड़ लें तो 84 सीटें कही जा सकती है जबकि भाजपा 98 तक सिमटती दिखाई दे रही है। बाकी 26 सीटों में दस सीटों पर एक हजार वोट और बाकी पर तीन हजार वोटों का ही अंतर है। 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को 33.5 फीसदी और भाजपा को 60 फीसदी वोट मिले। भाजपा 165 विधानसभा क्षेत्रों में जीती और कांग्रेस 17 पर लेकिन इन चुनावों में कांग्रेस का वोट फीसदी 41.5 फीसदी हो गया और भाजपा गिरकर 49 फीसदी पर पहुंच गई। राज्यसभा चुनाव के समय कांग्रेस के 43 विधायक थे जो बढ़कर 84 हो गए हैं यानी सौ फीसदी इजाफा। कांग्रेस का कहना है कि उन्होंने मोर्चा हारा है जंग नहीं। अब गुजरात के साढे छह करोड़ के लोगों की के मुद्दों की जंग जारी रहेगी। 

 

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