मध्य प्रदेश में चुनावी रैलियां जोरों पर चल रही हैं। सभी पार्टियों के नेता के चुनाव प्रचार प्रसार के जरिए प्रत्याशियों के लिए वोट मांग रहे हैं। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्य प्रदेश के दमोह में जनसभा के दौरान कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा उन्होंने कहा कि कांग्रेस वालों से बचकर रहना है।
उन्होंने हमेशा धोखा दिया है छत्तीसगढ़ में सट्टेबाजी की है और राजस्थान में उनके काले कारनामों की लाल डायरी है। सट्टेबाज बोल रहा है कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को मैंने 500 करोड़ रुपये दिए हैं। ऐसा हाल मध्य प्रदेश में नहीं होना चाहिए।
मध्य प्रदेश के दमोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "आज दमोह, पूरा मध्य प्रदेश कह रहा है कि एक बार फिर डबल इंजन की सरकार। आज जमीन से लेकर अंतरिक्ष तक भारत का गौरव गान हो रहा है..."।
प्रधानमंत्री मोदी यहीं नही रुके उन्होंने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस का मतलब बर्बादी है, कांग्रेस हिमाचल और कर्नाटक में झूठे वादों की झड़ी लगा दी। 2018 में उन्होंने किसानों के कर्ज को माफ करने का वादा किया था किसान 15 महीने तक इंतजार करते रहे लेकिन कोई काम नही किया गया । मध्य प्रदेश के युवा उनके भ्रष्टाचार के रिकॉर्ड को देखकर उनपर भरोसा नहीं करते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि गरीबों का पैसा लूटने के लिए कांग्रेस ने एक खास मशीन बनाई थी। वो मशीन ऐसी थी जिसमें सरकार अगर 100 रुपए भेजती थी, तो उसमें से 85 रुपये सीधे कांग्रेस नेताओं की तिजोरी में पहुंच जाता था।
मोदी ने कहा, "वर्षों से कांग्रेस देश से एक ही झूठ बार-बार बोलती आ रही है, गरीबी खत्म करने का नारा देती रही। लेकिन कांग्रेस कभी गरीबी खत्म नहीं कर पाई क्योंकि कांग्रेस के नेताओं की नीयत ठीक नहीं थी। कांग्रेस के राज्य में गरीब और गरीब होते गए और अमीर और अमीर होते गए।...कांग्रेस के लिए देश और राज्य का विकास जरूरी नहीं बल्कि उनके लिए सिर्फ अपना स्वार्थ ही जरूरी है। 2014 तक जब 10 साल कांग्रेस को मौका दिया गया था तब उस समय के प्रधानमंत्री क्या करते थे आपको पता नहीं था उस समय पीएम रिमोट से चलते थे और आज कांग्रेस अध्यक्ष रिमोट से चलते हैं।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "जब रिमोट चलता है तो वह (कांग्रेस अध्यक्ष) सनातन (धर्म) को गाली देते हैं और जब रिमोट बंद हुआ तो कल उन्होंने पांडवों की बात की और कहा कि बीजेपी में पांच पांडव हैं। हमें गर्व है कि हम पांडवों के बताए रास्ते पर चल रहे हैं''।
बता दें कि मध्य प्रदेश में 230 सदस्यीय विधानसभा के लिए 17 नवंबर को एक चरण में मतदान होगा, जबकि वोटों की गिनती राजस्थान, छत्तीसगढ़, मिजोरम और तेलंगाना के साथ 3 दिसंबर को होगी।