गौरतलब है कि शुक्रवार को एक रैली के दौरान नरेंद्र मोदी ने ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस को आतंक, हत्या और भ्रष्टाचार जैसे शब्दों से नवाजा था। उसके बाद ममता बनर्जी ने कहा कि प्रधानमंत्री आरएसएस कार्यकर्ता की तरह बात करते हैं। ममता ने कहा कि वो किसी के खिलाफ निजी आरोप नहीं लगाती हैं और प्रधानमंत्री को इसका जवाब देना पड़ेगा।
चुनावी रैली के दौरान ममता ने कहा कि अमेरिका में एक लाख लोगों को लेकर कौन जाता है, कौन पैसा देता है, मैं निजी आरोप नहीं लगाती हूं, मुझे नहीं पसंद है, पर इसका जवाब देना पड़ेगा। उन्होने कहा कि बड़ी-बड़ी बातें करना आसान है लेकिन उन बातों पर अमल करना मुश्किल होता है। ममता ने कहा कि जो बात प्रधानमंत्री ने कही वो बातें उठाने में शर्म आती है। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री को संघ के कार्यकर्ता की तरह बात नहीं करना चाहिए। उन्होने कहा कि आज तक उन्होने अटल जी, सोनिया जी और ज्योति बाबू के बारे में ऐसा कुछ नहीं बोला। राजनीतिक बातें अलग होती हैं और निजी बातें अलग। ममता ने प्रधानमंत्री को चुनौती देते हुए कहा कि यह एक अमर्यादित भाषा है और इस पर शर्म करना चाहिए। दूसरी ओर भाजपा ने ममता बनर्जी पर पलटवार किया। केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि ममता जी क्या बोलेंगी, खिसियानी बिल्ली खंबा नोंचे।