कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव में करारी हार को लेकर कहा था कि कुछ नेताओं की ओर से पार्टी की बजाय बेटों को अधिक तवज्जो दिए जाने के चलते यह हालत हुई। माना जा रहा है कि उनका इशारा राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ और वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम की ओर था। अब राजस्थान के मंत्री उदय लाल अंजाना ने कहा है कि उन्होंने अशोक गहलोत को पहले ही सलाह दी थी कि वह अपने बेटे को जोधपुर से न लड़ाएं।
सभी 25 सीटों पर जीती भाजपा
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राजस्थान की सभी 25 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की है। उदय लाल अंजाना ने कहा, 'मैंने 2014 में ही यह बात कही थी और इस बार भी 3 से 4 बार सीएम से संपर्क किया और कहा कि उन्हें अपने बेटे को जोधपुर की बजाय जालौर से लड़ाना चाहिए। यदि ऐसा किया जाता तो स्थिति कुछ अलग हो सकती थी।'
जोधपुर से हारे अशोक गहलोत के बेटे
अंजाना ने कहा, 'मैंने 2014 में जालौर से इलेक्शन लड़ा था और मुझे वहां के राजनीतिक, सामाजिक और जातिगत समीकरणों के बारे में पता है। उन स्थितियों में वैभव गहलोत एक अच्छे उम्मीदवार साबित होते।' बता दें कि वैभव गहलोत जोधपुर से चुनाव मैदान में उतरे थे और उन्हें करारी हार का सामना करना पड़ा था। हालांकि कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ को छिंदवाड़ा से जीत मिली थी और पी. चिदंबरम के बेटे कार्ति को शिवगंगा सीट से जीत मिली।