यूपी विधानसभा चुनाव के पांचवें चरण के मतदान के लिए शुक्रवार की शाम छह बजे चुनाव प्रचार रुक गया। आखिरी दिन सपा, बसपा, भाजपा, सपा, कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने अपनी-अपनी पार्टी के उम्मीदवारों को जिताने के लिए पूरी ताकत झोंक दी। इस चरण में 12 जिलों की 61 सीटों पर 27 फरवरी को वोट डाले जाएंगे। पांचवें चरण में प्रदेश सरकार के छह मंत्रियों सहित कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी हुई है।
सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक मतदान होगा और 2.25 करोड़ मतदाता उन्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। इनमें 1.20 करोड़ पुरुष और करीब 1.05 लाख महिलाएं शामिल हैं। थर्ड जेंडर मतदाताओं की संख्या भी 1752 है। इस चरण में अयोध्या से लेकर प्रयागराज और चित्रकूट जैसे धार्मिक नगरी में सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच सियासी संग्राम होने जा रहा है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि पांचवें चरण के मतदान की तैयारी पूरी कर ली गई है और स्वतंत्र, निष्पक्ष, पारदर्शी तरीके से मतदान सम्पन्न कराने के लिए आवश्यक व्यवस्था के निर्देश दिए गए हैं। पांचवें चरण में अमेठी, रायबरेली, सुलतानपुर, चित्रकूट, प्रतापगढ़, कौशांबी, प्रयागराज, बाराबंकी, अयोध्या, बहराइच, श्रावस्ती और गोंडा जिले के विधानसभा क्षेत्रों में मतदान होगा। इस चरण में राज्य उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य अपने गृह जिले कौशांबी के सिराथू विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के उम्मीदवार हैं, जिनके मुकाबले समाजवादी पार्टी ने अपना दल (कमेरावादी) की नेता पल्लवी पटेल को मैदान में उतारा है। पल्लवी पटेल की बहन और केंद्र सरकार में मंत्री अनुप्रिया पटेल केशव प्रसाद मौर्य के पक्ष में चुनाव प्रचार कर रही हैं।
अमेठी की पूर्व रियासत के मुखिया संजय सिंह अमेठी में इस बार भाजपा से उम्मीदवार हैं, जबकि योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व की राज्य सरकार के मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह उर्फ मोती सिंह प्रतापगढ़ जिले की पट्टी, खादी ग्रामोद्योग मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह प्रयागराज जिले की पश्चिम विधानसभा क्षेत्र, नागरिक उड्डयन मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी इसी जिले की दक्षिण, समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री गोंडा जिले की मनकापुर सुरक्षित और राज्यमंत्री चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय चित्रकूट विधानसभा क्षेत्र से तकदीर आजमा रहे हैं।
इस बार साल 1993 से ही प्रतापगढ़ जिले के कुंडा से चुनाव जीत रहे रघुराज प्रताप सिंह अपनी बनाई जनसत्ता पार्टी से परंपरागत सीट पर चुनाव मैदान में हैं। प्रतापगढ़ जिले में ही अपना दल (कमेरावादी) की अध्यक्ष कृष्णा पटेल समाजवादी गठबंधन के उम्मीदवार के रूप में भाजपा को टक्कर दे रही हैं। कृष्णा पटेल नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री अनुप्रिया पटेल की मां हैं। विधानसभा में कांग्रेस नेता आराधना मिश्रा उर्फ मोना भी प्रतापगढ़ जिले की रामपुर खास सीट से किस्मत आजमा रही हैं।
इस चरण में तीन सीटें ऐसी हैं, जहां दो-दो विधायक आमने-सामने चुनाव लड़ रहे हैं। प्रयागराज की फूलपुर सीट से भाजपा विधायक प्रवीण सिंह पटेल चुनाव मैदान में हैं। बसपा छोड़कर आए प्रतापपुर के विधायक मुज्तबा सिद्दीकी को सपा ने इस सीट से टिकट दिया है। इसी तरह बहराइच सदर सीट पर भाजपा विधायक अनुपमा जायसवाल चुनाव लड़ रही हैं तो वहीं सपा ने यासर शाह को टिकट दिया है। यासर वर्तमान में बहराइच की मटेरा से विधायक हैं। वहीं, प्रतापगढ़ की रानीगंज सीट से भाजपा विधायक धीरेंद्र ओझा चुनाव मैदान में हैं तो सपा ने अपना दल (एस) से आए आरके वर्मा को अपना प्रत्याशी बनाया है।
इस चरण में तिलोई, सलोन (सुरक्षित), जगदीशपुर (सुरक्षित), गौरीगंज, अमेठी, इसौली, सुल्तानपुर, सदर, लम्भुआ, कादीपुर (सुरक्षित), चित्रकूट, मानिकपुर, रामपुर खास, बाबागंज (सुरक्षित), कुंडा, विश्वनाथ गंज, प्रतापगढ़, पट्टी, रानीगंज, सिराथू, मंझनपुर (सुरक्षित), चायल, फाफामऊ, सोरांव (सुरक्षित), फूलपुर, प्रतापपुर, हंडिया, मेजा, करछना, इलाहाबाद पश्चिम, इलाहाबाद उत्तर, इलाहाबाद दक्षिण, बारा (सुरक्षित), कोरांव (सुरक्षित), कुर्सी, राम नगर, बाराबंकी, जैदपुर (सुरक्षित), दरियाबाद, रुदौली, हैदरगढ़ (सुरक्षित), मिल्कीपुर (सुरक्षित), बीकापुर, अयोध्या, गोसाईगंज, बलहा (सुरक्षित), नानपारा, मटेरा, महसी, बहराइच, पयागपुर, कैसरगंज, भिनगा, श्रावस्ती, मेहनौन, गोंडा, कटरा बाजार, कर्नलगंज, तरबगंज, मनकापुर (सुरक्षित) व गौरा विधान सभा सीट पर मतदान होगा।