टाइम्स नाउ-वीएमआर सर्वे में जहां बीजेपी को पूर्ण बहुमत यानी 202 सीटें मिलती दिख रही हैं, वहीं एबीपी न्यूज के ऑपिनियन पोल में एसपी-कांग्रेस को 187-197 सीटें मिल रही हैं यानी बहुमत से चंद सीटें कम जो कि निर्दलीय आदि की मदद से पूरी हो सकती हैं। साफ है कि यूपी विधानसभा चुनाव को लेकर इन सर्वेक्षणों से कोई साफ तस्वीर नहीं उभर पा रही है। हां एक बात जरूर है कि इस मुकाबले में दोनों ही सर्वेक्षण मायावती की बहुजन समाज पार्टी को तीसरे नंबर पर रख रहे हैं यानी उसे कोई तवज्जो नहीं दी जा रही है। मुख्य मुकाबला भाजपा और सपा-कांग्रेस गठबंधन में ही दिख रहा है।
टाइम्स नाउ जहां सपा-कांग्रेस गठबंधन को 147 सीटें मिलने का दावा कर रहा है वही बसपा को सिर्फ 47 सीटें और अन्य को 7 सीटें मिलने की बात कह रहा है। दूसरी ओर एबीवी न्यूज ने भाजपा को 118-128 जबकि बसपा को 76-86 सीटों का अनुमान लगाया है। एबीपी न्यूज के सर्वे में अखिलेश सबसे लोकप्रिय उम्मीदवार बनकर उभरे हैं। सर्वे में यह दावा भी किया गया है कि मुस्लिम वोट एसपी-कांग्रेस गठबंधन को और जाटव वोट बीएसपी को मिल सकते हैं।
टाइम्स नाउ वीएमआर सर्वे में सीटों के मामले में एसपी-कांग्रेस गठबंधन और बीएसपी को बहुत ज्यादा नुकसान होता दिख रहा है। हालांकि सर्वे के मुताबिक वोट शेयर के मामले में सबसे अधिक नुकसान एसपी-कांग्रेस गठबंधन को होता दिख रहा है। 2012 के विधानसभा चुनाव में बीएसपी को 80 सीटें मिली थीं। कांग्रेस-एसपी की सीटों को जोड़ दिया जाए तो 2012 में इन दोनों दलों को मिलाकर 252 सीटें मिली थीं। टाइम्स नाउ वीएमआर सर्वे के मुताबिक बीएसपी को 33 सीटों और एसपी-कांग्रेस गठबंधन को 105 सीटों का नुकसान होता दिख रहा है। 2012 में मात्र 47 सीटें पाने वाली बीजेपी को सर्वे के मुताबिक 155 सीटों का फायदा होता दिख रहा है। 2012 के विधानसभा चुनाव में बीएसपी को 26 फीसदी वोट मिले थे। कांग्रेस-एसपी के वोटों को मिला दिया जाए तो उन्हें 41 फीसदी वोट मिले थे। बीजेपी को 2012 के विधानसभा चुनावों में 15 फीसदी वोट मिले। टाइम्स नाउ वीएमआर सर्वे के मुताबिक बीएसपी को इस बार 24 फीसदी, एसपी-कांग्रेस को 31 फीसदी और बीजेपी को 34 फीसदी वोट मिलने की उम्मीद जताई गई है।