यूपी के त्रिस्तरीय पंचायल चुनाव की तीसरे दिन मतगणना जारी है। इन चुनावों में भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ा है। वहीं कई दिग्गज नेताओं की बीवी, बेटे और बहुओं को भी हार का सामना करना पड़ा है। जौनपुर में मिस इंडिया रनर अप-2015 दीक्षा सिंह जिला पंचायत वार्ड का चुनाव हार गईं। बलिया में नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी के बेटे भी चुनाव हार गए। भाजपा नेता पूर्व सांसद बब्बन राजभर अपने भाई लल्लन राजभर को सीयर क्षेत्र पंचायत के गजियापुर से प्रधान का चुनाव नहीं जिता सकें।
हिंदुस्तान के अनुसार, कुछ दिग्गज नेता ऐसे भी हैं जो अपनी साख पंचायत चुनाव में भी बचाए रखने में नाकाम रहे हैं। गांवों की जनता ने दिग्गजों के कामकाज को तौलने के बाद उनके परिजनों को नेता मानने या खारिज करने पर अपनी मुहर लगाई है। जौनपुर के जिला पंचायत वार्ड 26 में मिस इंडिया रनर अप रहीं दीक्षा सिंह ने पूरे दमखम के साथ चुनाव लड़ा। वह चुनाव के दौरान लगातार सुर्खियों में बनी रहीं। इस वार्ड के जनता ने विकास के लिए दीक्षा सिंह के ग्लैमरस छवि को पूरी तरह नकार दिया। इस वार्ड से दिवंगत भाजपा नेता राजमणि सिंह की भतीजी नगीना सिंह चुनाव जीत गईं। इसी जौनपुर से पूर्व सासंद बाहुबली धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला को जिला पंचायत सदस्य चुनाव जीत गई हैं। श्रीकला जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए दावेदारी कर सकती हैं। भाजपा से राज्यसभा सांसद नीरज शेखर के रिश्तेदार आलोक सिंह सीयर क्षेत्र पंचायत के मझौवा से क्षेत्र पंचायत सदस्य (बीडीसी) का चुनाव हार गए हैं।
भाजपा में शामिल होकर मैनपुरी में जिला पंचायत के चुनाव में कूदीं मुलायम सिंह यादव की भतीजी संख्या यादव चुनाव हार गईं। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी के बेटे रंजीत चौधरी बलिया जिले की जिला पंचायत वार्ड 16 से चुनाव हार गए हैं। रंजीत यादव सीधी लड़ाई में भी नहीं रहे, वह तीसरे नंबर पर रहे। बलिया जिले में ही बेल्थरा रोड विधायक धनंजय कन्नौजिया की मां सूर्यकुमारी देवी नगरा क्षेत्र पंचायत के वार्ड संख्या 19 से चुनाव हार गईं। बलिया में ही भाजपा के पूर्व सांसद हरिनारायण राजभर के बेटे अटल राजभर, सपा नेता पूर्व मंत्री शारदा नंद अंचल के पौत्र विनय प्रकाश अंचल तथा भाजपा गोरक्षनाथ प्रांत के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष देवेंद्र यादव जिला पंचायत सदस्य का चुनाव हार गए हैं। वरिष्ठ समाजवादी नेता राम गोपाल यादव के करीबी इटावा सदर विधायक राज कुमार यादव राजू की पत्नी वंदना यादव जिला पंचायत सदस्य का चुनाव हार गई हैं।
धौलाना विधायक मोहम्मद असलम चौधरी की पत्नी चौधरी नसीम बेगम गाजियाबाद जिले के जिला पंचायत वार्ड संख्या दस से चुनाव जीत गईं। गोरखपुर के वार्ड संख्या 19 से भाजपा विधायक फतेहबहादुर सिंह की पत्नी साधना सिंह चुनाव जीत गईं। साधना सिंह पूर्व में जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी हैं। इस बार भी अध्यक्ष पद की दावेदार मानी जा रही हैं। बलिया में पूर्व मंत्री अंबिका चौधरी के बेटे आनंद चौधरी जिला पंचायत सदस्य का चुनाव जीत गए हैं। अमेठी के वार्ड नंबर 30 से राजेश मसाला के मालिक राजेश अग्रहरि चुनाव जीत गए हैं। राजेश अग्रहरि को भाजपा ने प्रत्याशी बनाया था। अमेठी में ही वार्ड नंबर 27 से पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति की बहू रेनू प्रजापति भी चुनाव जीत गई हैं।
बता दें कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से ठीक आठ महीने पहले पंचायत चुनाव को 2022 का सेमीफाइनल माना जा रहा था। यह चुनाव सत्ताधारी बीजेपी के साथ-साथ विपक्षी समाजवादी पार्टी, बीएसपी और कांग्रेस के लिए भी महत्वपूर्ण है।