प्रदेश में मतगणना को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए पुलिस फोर्स को हाई अलर्ट किया गया है। मेरठ, कानपुर, मुजफ्फरनगर, बरेली समेत 36 जिले सांप्रदायिक दृष्टि से संवेदनशील घोषित किए गए हैं। जबकि वाराणसी, गोरखपुर और लखनऊ समेत 22 जिलों को राजनीतिक रूप से संवेदनशील घोषित किया गया है।
भारी मात्रा में सुरक्षा बल तैनात
प्रदेश में कल होने वाली मतगणना को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। यूपी पुलिस के साथ 102 कंपनी केंद्रीय अर्धसैनिक बल और 170 कंपनी पीएसी तैनात तैनात की गई है। मतगणना केंद्र में 100 मीटर के दायरे पर कोई भी वाहन ले जाने पर पाबंदी है। हर जिले के संवेदनशील गांव चौराहे पर पुलिस फोर्स की अतिरिक्त तैनाती की गई है। इसके अलावा मतगणना केंद्र की सुरक्षा त्रिस्तरीय रखी गई है। मतगणना के दौरान उपद्रव और अफवाह से माहौल बिगाड़ने वालों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। चुनाव के दौरान सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वाले 74 लोगों के खिलाफ मुकदमा किया गया है। इसमें से कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है। इसमें ईवीएम से संबंधित भी कई मामले हैं। यूपी पुलिस की साईबर सेल ऐसे मसलों पर निगाह रखे है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी एल वेंकटेश्वर लू ने बताया कि पोस्टल बैलेट के मतदान में इस बार दस गुने की बढोतरी हुई है। मतगणना शुरू होने से पहले जितने पोस्टल बैलेट आ जाएंगे, उनकी ही गिनती होगी। उन्होंने बताया कि सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
उत्तर प्रदेश के सभी 80 लोकसभा क्षेत्रों में प्रदेश के 75 जनपदों में सुबह आठ बजे से मतगणना शुरू होगी। 80 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों के साथ 89-आगरा उत्तर और 138-निघासन विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के उप निर्वाचन-2019 की मतगणना भी कल से ही आठ बजे से होगी। प्रदेश में कुल 77 मतगणना केन्द्र बनाए गए हैं। आजमगढ़ और कुशीनगर जिले में मतगणना दो केन्द्रों पर हो रही है, जबकि अन्य जिलों में मतगणना एक केन्द्र पर हो रही है। प्रदेश में कुल 1,63,484 मतदेय स्थलों (1,63,332 मूल और 152 सहायक) पर मतदान हुआ है।
प्रत्येक मतगणना केंद्र पर क्या है व्यवस्था
प्रत्येक विधानसभा खण्ड में ईवीएम मशीनों की मतगणना के लिए सामान्यतया 14 मतगणना टेबल और एक एआरओ टेबल लगाई गई हैं। एआरओ टेबल सहित प्रत्येक टेबल पर प्रत्येक उम्मीदवार को एक काउन्टिंग एजेन्ट लगाने की अनुमति है और प्रत्येक टेबल पर मशीन में दिखाए गए रिजल्ट की एक प्रति सभी टेबल पर मतगणना एजेन्ट को दी जाएगी। प्रत्येक टेबल पर एक काउन्टिंग सुपरवाइजर और एक सहायक मतगणना करेंगे। इसके अलावा एक माइक्रो ऑब्जर्वर इस कार्य का पर्यवेक्षण करेंगे। माइक्रो ऑब्जर्वर को केन्द्रीय कर्मचारियों के पूल से नामित किया गया है।