उत्तर प्रदेश में घोसी विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए डाले गए मतों की शुक्रवार को चौथे दौर की गिनती के बाद समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार सुधाकर सिंह निकटतम प्रतिद्वंद्वी पर अपनी बढ़त मजबूत करते हुए भाजपा के दारा सिंह चौहान से 4,067 मतों के अंतर से आगे चल रहे हैं।
भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) के अनुसार, चौथे दौर की गिनती के बाद सिंह को 14,286 वोट मिले हैं, जबकि चौहान को अब तक 10,219 वोट मिले हैं। मतगणना के दौरान कुल 34 दौर की गिनती होनी है।
उत्तर प्रदेश की घोसी विधानसभा सीट पर उपचुनाव में वोटों की गिनती शुक्रवार सुबह शुरू हो गई, जिसे राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) और विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के बीच पहला बड़ा चुनावी मुकाबला माना जा रहा है। मतगणना सुबह आठ बजे शुरू हुई ।
उत्तर प्रदेश के मऊ जिले के घोसी विधानसभा क्षेत्र में 50 प्रतिशत से अधिक मतदाताओं ने मंगलवार (पांच सितंबर) को उपचुनाव के लिए अपने मताधिकार का उपयोग किया था, जो विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के गठन के बाद राज्य में पहला चुनावी मुकाबला था। पिछले साल के विधानसभा चुनाव में घोसी में 58.59 प्रतिशत मतदान हुआ था।
भारत निर्वाचन आयोग के अनुसार, पांच सितंबर को हुए विधानसभा उपचुनाव में अंतिम मतदान प्रतिशत 50.77 दर्ज किया गया था।
जुलाई में समाजवादी पार्टी (सपा) से, 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में यह सीट जीतने वाले दारा सिंह चौहान के इस्तीफे के बाद यहां उपचुनाव जरूरी हो गया था।
वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में लौट आए और पार्टी ने उन्हें उपचुनाव लड़ने के लिए चुना। उपचुनाव के लिए सपा ने सुधाकर सिंह को मैदान में उतारा है।
2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में चौहान ने भाजपा उम्मीदवार विजय कुमार राजभर को 22,216 मतों के अंतर से हराया था।
इस उपचुनाव में चौहान को राजग के सहयोगियों… अपना दल (सोनेलाल), निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल (निषाद) पार्टी और पूर्व सपा सहयोगी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी का समर्थन मिल रहा है।
दूसरी ओर सपा उम्मीदवार सुधाकर सिंह को विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के घटक दलों – कांग्रेस, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा), राष्ट्रीय लोक दल (रालोद), आम आदमी पार्टी (आप), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) (भाकपा-माले)-लिबरेशन और सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी से समर्थन मिला है।
उपचुनाव का भाजपा सरकार पर कोई असर नहीं पड़ेगा, जिसे 403 सदस्यीय राज्य विधानसभा में अच्छा बहुमत हासिल है। इसका परिणाम 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए भविष्य का संकेत हो सकता है। उत्तर प्रदेश 543 सदस्यीय लोकसभा में 80 सांसद भेजता है।
इस उपचुनाव में कुल 10 उम्मीदवार मैदान में थे। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने उपचुनाव में कोई उम्मीदवार नहीं उतारा था।