Advertisement

यूपी चुनावः अंतिम 7वें चरण के लिए मतदान आज; 60,000 पुलिसकर्मी और 845 सीएपीएफ कंपनियां तैनात, इन मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर

यूपी विधानसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण की कल 7 मार्च को वोटिंग कराई जाएगी। इस चरण में नौ जिलों की 54...
यूपी चुनावः अंतिम 7वें चरण के लिए मतदान आज; 60,000 पुलिसकर्मी और 845 सीएपीएफ कंपनियां तैनात, इन मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर

यूपी विधानसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण की कल 7 मार्च को वोटिंग कराई जाएगी। इस चरण में नौ जिलों की 54 सीटों पर मतदान है, जिन पर 613 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। इसमें नक्सल प्रभावित चकिया, दुद्धी और राबर्टसगंज सीट पर भी वोटिंग होगी। इऩ सीटं पर सुबह 7 बजे से शाम 4 बजे तक मतदान होगा जबकि बाकी सीटों पर शाम 6 बजे तक वोटिंग होगी। रविवार को  अंतिम दिन बीजेपी, सपा, बसपा और कांग्रेस के दिग्गजों ने जमकर चुनाव प्रचार किया। इस चरण में योगी आदित्यनाथ सरकार के 7 मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर है।

इस चरण में पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री अनिल राजभर वाराणसी के शिवपुर, स्टांप और निबंधन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रवींद्र जायसवाल वाराणसी उत्तर, पर्यटन और संस्कृति मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नीलकंठ तिवारी वाराणसी दक्षिण, आवास और शहरी नियोजन मंत्री गिरीश यादव जौनपुर सदर सीट, ऊर्जा राज्य मंत्री रमाशंकरसिंह पटेल मिर्जापुर की मड़िहान, सहकारिता राज्य मंत्री संगीता यादव बलवंत गाजीपुर सदर और राज्य मंत्री संजीव गोंड सोनभद्र की ओबरा सीट से चुनाव मैदान में हैं जबकि वन और पर्यावरण विभाग के कैबिनेट मंत्री रहे दारा सिंह चौहान मउ जिले की घोसी सीट से उम्मीदवार हैं, वह सपा का थामन थाम चुके हैं।

इस बार लगातार 9वीं बार दुर्गा प्रसाद यादव विधानसभा पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं और आजमगढ़ सदर सीट से सपा के उम्मीदवार हैं। तीन उम्मीदवार ऐसे भी हैं, जो लगातार 5वीं बार विधानसभा जाने के लिए मैदान में है। इसमें आजमगढ़ की निजामाबाद सीट से आलमबदी, जौनपुर की शाहपुर सीट से शैलेंद्र यादव ललई और भदोही की ज्ञानपुर सीट से विजय मिश्र का शामिल है।   पिछले चुनाव में बीजेपी की सहयोगी रही सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी इस बार समाजवादी पार्टी के साथ है। सुभासपा के प्रमुख ओमप्रकाश राजभर गाजीपुर की जहूराबाद सीट से उम्मीदवार हैं जबकि  मऊ सीट से 1993 से लगातार चुनाव जीत रहे माफिया मुख्तार अंसारी इस बार चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। इस बार सुभासपा ने उनके बेटे अब्बास अंसारी को इस सीट से ही मैदान में उतारा है।

इस चरण में 2 करोड़ 6 लाख मतदाता है। इनमें 1 करोड़ 10 लाख पुरुष और 96 लाख महिला मतदाता हैं जबकि इसमें 1017 तीसरे लिंग वाले मतदाता भी हैं। मतदान के दौरान केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) की 60,000 से अधिक पुलिसकर्मी और 845 कंपनियां तैनात की जाएंगी।

अंतिम चरण में आजमगढ़, वाराणसी और विंध्याचल मंडल के 9 जिलों में की सीटों पर वोटिंग होगी जिसमें मतदान आजमगढ़, मउ, जौनपुर, गाजीपुर, चंदौली, वाराणसी, चंदौली, मिर्जापुर, भदोही और सोनभद्र जिला शामिल है। 2017 के चुनाव में 54 सीटों पर मे से 29 सीटें बीजेपी ने, 11 सीटें सपा ने, 6 सीटें बसपा ने, 3 सीटें सुभासपा ने और निषाद पार्टी ने 1 सीट जीती थी। पिछला चुनाव सुभासपा ने बीजेपी के साथ मिलकर लड़ा था लेकिन इस बार वह सपा के साथ मिलकर लड़ रही है तो पिछला चुनाव निषाद पार्टी ने अकेले लड़ा था और इस बार बीजेपी की गठबंधन सहयोगी है।

उत्तर प्रदेश पुलिस ने एक बयान में कहा कि सातवें चरण में 177 थाना क्षेत्रों के 12,205 मतदान केंद्रों और 23,535 मतदान केंद्रों पर मतदान होगा। पुलिस ने कहा. इनमें से 28 विधानसभा क्षेत्र पिंद्रा, रोहनिया, सेवापुरी, शाहगंज, मल्हानी, मड़ियाहुं, केराकाट, मछलीशहर, बदलापुर, मुंगराबादशाहपुर, जौनपुर सदर, जाफराबाद, मोहम्मदाबाद, जामियां, सैदपुर, जहूराबाद, सैदराजा, चकिया, आजमगढ़, फूलपुर पवई, दीदारगंज, मऊ सदर, ज्ञानपुर, अजरा, शिवपुर, वाराणसी उत्तर, वाराणसी दक्षिण, वाराणसी छावनी को संवेदनशील श्रेणी में रखा गया है। ”  पुलिस ने एक बयान में कहा, "सातवें चरण में कुल 701 इलाकों को संवेदनशील के रूप में चिह्नित किया गया है, जबकि 3,359 मतदान स्थलों को संवेदनशील माना गया है।"

सातवें चरण में महिलाओं को मतदान के लिए प्रेरित करने के लिए 78 गुलाबी बूथ (महिला बूथ) की व्यवस्था की गई है, और 12 महिला निरीक्षक या उप-निरीक्षक और 216 महिला कांस्टेबल या हेड कांस्टेबल तैनात किए गए हैं।

चुनाव आयोग के निर्देश के अनुसार सभी 12,205 मतदान केंद्र सीएपीएफ के दायरे में होंगे. सातवें चरण के लिए उत्तर प्रदेश को सीएपीएफ की 845 कंपनियां मिली हैं। अधिकारियों के अनुसार, सीएपीएफ की एक कंपनी में आमतौर पर लगभग 70-80 कर्मियों की परिचालन क्षमता होती है। इनमें से 778 कंपनियों को बूथ ड्यूटी के लिए लगाया गया है और छह कंपनियों को ईवीएम सुरक्षा ड्यूटी के लिए लगाया गया है। अन्य को कानून और व्यवस्था की ड्यूटी, और अंतरराष्ट्रीय और अंतर-राज्यीय बाधाओं पर पोस्टिंग सौंपी गई है। ”

इसी तरह, उत्तर प्रदेश पुलिस के 6,662 निरीक्षकों या उप-निरीक्षकों और 53,424 हेड कांस्टेबल या कांस्टेबलों के साथ-साथ प्रांतीय सशस्त्र कांस्टेबुलरी की 19 कंपनियों की ड्यूटी तय की गई है। उत्तर प्रदेश पुलिस ने कहा कि विधानसभा चुनाव से पहले उसके पास 65,987 लाइसेंसी हथियार जमा किए गए थे। सातवें चरण के नौ मतदान वाले जिलों में आचार संहिता लागू होने के बाद से 34 अन्य लाइसेंसी हथियार जब्त किए गए हैं और 169 हथियारों के लाइसेंस रद्द कर दिए गए हैं। चुनाव के दौरान शांति भंग की संभावना को देखते हुए 4,20,389 लोगों के खिलाफ 41,227 निवारक कार्रवाई की गई है। पुलिस ने कहा कि उन्होंने तीन अवैध हथियार कारखानों का भंडाफोड़ करते हुए 1,010 अवैध हथियार और 881 कारतूस भी जब्त किए।

पुलिस ने बयान में कहा, "अब तक कुल 2.25 करोड़ रुपये नकद, 4 करोड़ रुपये की अवैध शराब, 3.17 करोड़ रुपये के नशीले पदार्थ क्षेत्र में चुनाव से पहले जब्त किए गए हैं।" इन जिलों में अब तक 71 संज्ञेय अपराध और 68 असंज्ञेय अपराध के मामले आचार संहिता के उल्लंघन के लिए दर्ज किए गए हैं, जबकि 17 मामले चुनाव संबंधी दिशानिर्देशों के उल्लंघन के संबंध में दर्ज किए गए हैं।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad