पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 10 जिलों की आठ लोकसभा सीटों में छिटपुट घटनाओं के बावजूद मतदान शांतिपूर्ण ढंग से निपट गया। शाम छह बजे तक आठों सीटों पर 63.69 फीसदी वोट पड़े। जबकि इन्हीं आठ सीटों पर 2014 में 65.76 फीसदी वोट पड़े थे। मतदान का फाइनल अपडेट आने पर मतदान प्रतिशत और बढ़ने की संभावना है। मतदान प्रतिशत नहीं बढ़ने को लेकर भले ही कई कयास लगाए जा रहे हों, लेकिन भाजपा, कांग्रेस, सपा-बसपा-रालोद गठबंधन सभी अपनी जीत के दावे कर रहे हैं।
मोदी सरकार का संकल्प: महेंद्र नाथ पाण्डेय
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पुनः देश का प्रधानमंत्री बनाने के लिए दलित, वंचित, शोषित, पिछड़े, गरीब, नौजवान, महिलाओं, किसानों सहित समाज के सभी वर्गों ने आज एक बार फिर मोदी सरकार के संकल्प के साथ अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
छह में से पांच की जीत सुनिश्चित: कांग्रेस
प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं प्रवक्ता द्विजेन्द्र त्रिपाठी ने बताया कि प्रथम चरण के मतदान में कांग्रेस पार्टी ने छह लोकसभा सीटों पर अपना प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारा था। आज के मतदान में कांग्रेस पार्टी के प्रति मतदाताओं के रूझान से यह स्पष्ट हो गया है कि इन छह सीटों में से कांग्रेस के पांच प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित है।
महापरिवर्तन का यह क्रम दूसरे चरणों में भी जारी रहेगा: सपा
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि आज हुए मतदान में मतदाताओं का एकजुट रूझान समाजवादी पार्टी-बहुजन समाज पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल गठबंधन के पक्ष में दिखाई दिया है, जिससे भाजपा को भी सत्ता से बेदखली का पहला जनादेश मिल गया है।
आठों सीटों पर जीत रहा गठबंधन: रालोद
राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे ने कहा कि राष्ट्रीय लोकदल-सपा-बसपा गठबंधन मुजफ्फरनगर और बागपत सहित प्रथम चरण की आठों सीटों पर भारी जीत दर्ज करेगा और यहां से भाजपा के खात्मे की शुरूआत हो गई है।
10 सालों में आया मतदान प्रतिशत में अंतर
लोस क्षेत्र 2019 2014 2009
सहारनपुर 70.68 74.23 63.25
कैराना 62.10 73.05 56.59
मुजफ्फरनगर 66.66 69.64 54.44
बिजनौर 65.40 67.83 55.01
मेरठ 63.00 63.15 48.23
बागपत 63.90 66.97 47.93
गाजियाबाद 57.60 56.98 45.30
गौतमबुद्धनगर 60.15 60.38 48.54