कोरोना महामारी के बीच उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में विधानसभा चुनाव का शंखनाद हो चुका है। इन पांचों राज्यों में 690 विधानसभाओं में चुनाव होने हैं, जिसके लिए 18.34 करोड़ मतदाता वोट डालेंगे। चुनाव आयोग के मुताबिक मणिपुर में 60 सीटों के लिए दो चरण में मतदान होंगे।में पहले चरण का मतदान 27 फरवरी और दूसरे चरण का मतदान 3 मार्च को होगा। नतीजे 10 मार्च को आएंगे। इसके साथ ही राज्य में आचार संहिता लागू हो गई है। राज्य में अभी बीजेपी की सरकार है।
मणिपुर विधानसभा का कार्यकाल 19 मार्च 2022 को खत्म हो रहा है। इससे पहले राज्य में सरकार बनाने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। पिछली बार मणिपुर विधानसभा चुनाव में बीजेपी, एपीपी और कुछ निर्दलीय विधायकों के समर्थन से सरकार बनाई। बीजेपी ने सरकार बनाई और एन बीरेंद्र सिंह राज्य के मुख्यमंत्री बने। राज्य में बीजेपी को सत्ता बचाने की बड़ी चुनौती है।
पिछली बार बीजेपी मणिपुर में सिर्फ 21 सीटें ही हासिल कर पाई थीं, जिसके चलते 60 सदस्यीय विधानसभा में बीजेपी को सरकार बनाने के लिए दूसरी पार्टियों से बहुमत के लिए सहयोग लेना पड़ा। तब सबसे ज्यादा सीटें जीतने वाली कांग्रेस को 28 सीटें जीतने के बाद भी राज्य की सत्ता से बेदखल होना पड़ा था। राज्य की सत्ता पर ज्यादा समय तक कांग्रेस का ही कब्जा रहा है।
मणिपुर में पहले चरण 27 फरवरी के लिए नोटिफिकेशन 1 फरवरी को होगा। नामांकन की आखिरी तारीख- 8 फरवरी, नामांकन की स्क्रूटनी 9 फरवरी और नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख 11 फरवरी है। दूसरे चरण 3 मार्च के लिए नोटिफिकेशन 4 फरवरी को होगा। नामांकन की आखिरी तारीख 11 फरवरी. स्क्रूटनी 14 फरवरी और नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख 16 फरवरी होगी।
सीएम बीरेन सिंह ने कहा कि मैं चुनाव आयोग की घोषणा का स्वागत करता हूं। सरकार ने जो वादा किया था उसे पूरा किया, भले ही कुछ चीजों में समय लगता है। हमें पूर्ण बहुमत मिलेगा।