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अखिलेश के विकास को जनता तक पहुंचाने में लगा सपा वार रूम

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में राजनीतिक पार्टियों के वार रूम में चुनाव से जुड़े हर छोटे-बड़े पहलू पर ध्यान दिया जा रहा है और समाजवादी पार्टी का वार रूम भी टीवी चैनलों की निगरानी से लेकर सोशल मीडिया पर प्रचार और रिसर्च के काम को अंजाम देने में लगा है।
अखिलेश के विकास को जनता तक पहुंचाने में लगा सपा वार रूम

                   सपा वार रूम के प्रभारी आशीष यादव ने पीटीआई-भाषा से कहा, हम लोग मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा किये गये विकास कार्यों को पेशेवर और धुनिक तरीके से जनता तक पहुंचाने में लगे हैं, ताकि कम समय में ज्यादा बेहतर तरीके से संदेश दिया जा सके।

          उन्होंने बताया कि सपा कार्यालय से कुछ ही दूरी पर जनेश्वर मिश्र टस्ट भवन के ऊपरी हिस्से में बने वार रूम की टीम में युवा लोग हैं और वे अपने-अपने क्षेत्र के विशेषग्य हैं।

          यादव ने बताया कि वार रूम में ऑडियो-वीडियो, मीडिया मानिटरिंग प्रकोष्ठ, रिसर्च एवं काल सेंटर हैं तथा सोशल मीडिया मसलन फेसबुक, ट्विटर  और व्हाट्सऐप पर आने वाली टिप्पणियों की निगरानी की जाती है।

   उन्होंने कहा, एक ओर टीवी के स्क्रीन पर चल रही खबरों और व्यूज (नजरिया) पर नजर रखी जा रही है तो दूसरी ओर सोशल मीडिया पर विरोधियों के मुद्दों को चिह्नित कर उनका जवाब दिया जा रहा है। टीम दिन-रात रिसर्च के काम में लगी है।

   बुलंदशहर के अंशुमान शर्मा अमेरिका से पढ़कर लौटे हैं और मुख्यमंत्री से प्रभावित होकर उनकी टीम से जुड़ गये हैं। उनका कहना है कि हर विधानसभा क्षेत्र का डाटा जुटाकर वहां की सामाजिक स्थिति का अध्ययन किया जाता है। इससे प्रत्याशियों को आसानी होती है।

   सपा का घोषणा-पत्र तैयार करने में शामिल रहे राम प्रकाश त्रिापाठी ने बताया कि घोषणा-पत्र को नये कलेवर में पेश करने की कोशिश की गयी है।

   वार रूम से गीतकार मनोज यादव भी जुडे़ हैं, जिन्होंने काम बोलता है गीत लिखा है। यादव फिल्मों के अलावा विश्वकप 2011 के दौरान दे घुमा के थीम गीत लिख चुके हैं।

एजेंसी 

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