भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष माणिक साहा ने रविवार सुबह त्रिपुरा के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। राज्यपाल एसएन आर्य ने यहां राजभवन में राज्यसभा सांसद साहा को शपथ दिलाई।
पूर्व मुख्यमंत्री बिप्लब देब, जिनके शनिवार शाम अचानक इस्तीफे से साहा को शीर्ष पद मिला, इस समारोह में भाजपा विधायकों और राज्य के मंत्रियों के साथ उपस्थित थे। शपथ ग्रहण कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक भी शामिल हुईं।
उपमुख्यमंत्री जिष्णु देव वर्मा और मंत्री राम प्रसाद पॉल, जिन्होंने शनिवार को भाजपा विधायक दल की बैठक के दौरान मुख्यमंत्री के रूप में साहा की नियुक्ति का विरोध किया, शपथ ग्रहण समारोह समाप्त होने के कुछ क्षण बाद राजभवन पहुंचे। वहीं, विपक्षी माकपा विधायकों ने राज्य में भाजपा के शासन में "फासीवादी शैली की हिंसा" का आरोप लगाते हुए कार्यक्रम का बहिष्कार किया।
बता दें कि डॉ. माणिक साहा, एक मैक्सिलोफेशियल सर्जन हैं, जो लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज से पास आउट हुए हैं। साहा, 2016 में भाजपा में शामिल होने से पहले विपक्षी कांग्रेस के सदस्य थे और देब के पद छोड़ने के बाद 2020 में भाजपा की त्रिपुरा इकाई के अध्यक्ष बने। पूर्व बैडमिंटन खिलाड़ी, साहा, त्रिपुरा क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष भी हैं।
हालाँकि, भाजपा के लिए उनका महत्व उनकी स्वच्छ छवि और उनके ट्रैक रिकॉर्ड से उपजा है। माना जाता है कि साहा के बदौलत ही भाजपा नवंबर 2021 में त्रिपुरा में हुए चुनावों में सभी तेरह नगर निकायों में जीत हासिल की थी। सूत्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री बदलने का कदम आरएसएस द्वारा भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व को भेजे गए विश्लेषण के बाद आया है, जिसमें संकेत दिया गया था कि पार्टी और सरकार में बदलाव की जरूरत है।