लोकसभा चुनाव के नतीजों की घोषणा से एक दिन पहले केंद्रीय मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह सहित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेताओं ने सोमवार को एक बैठक की।
केंद्र में सत्तारूढ़ पार्टी के नेताओं की यह बैठक एग्जिट पोल में भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की बड़ी जीत की भविष्यवाणी और विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंन्स’ (‘इंडिया’) की कई दौर की बैठकों की पृष्ठभूमि में हुई है।
समझा जाता है कि इसके मद्देनजर भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने इस बैठक में मौजूदा राजनीतिक स्थिति का जायजा लिया और भावी रणनीति को लेकर चर्चा की। विपक्षी गठबंधन ने एग्जिट पोल के अनुमानों को सिरे से खारिज कर दिया है और दावा किया है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार सत्ता से बाहर होने वाली है।
भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा की मौजूदगी वाली इस बैठक को लेकर पार्टी की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है लेकिन समझा जाता है कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने विपक्ष से मुकाबले की रणनीति पर भी मंथन किया।
भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने रविवार को निर्वाचन आयोग का रुख किया था और कांग्रेस एवं उसके सहयोगियों पर भारत की चुनावी प्रक्रिया की अखंडता को कमजोर करने की कोशिश करने का आरोप लगाया था। उसने आयोग से चार जून को लोकसभा चुनाव की मतगणना के दौरान ‘हिंसा और अशांति’ के किसी भी प्रयास को रोकने का भी अनुरोध किया था।
‘इंडिया’ गठबंधन के नेताओं ने निर्वाचन आयोग से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया है कि ईवीएम के परिणाम घोषित होने से पहले डाक मतपत्रों की गिनती की जाए और उनके परिणाम घोषित किए जाएं। विपक्षी गठबंधन ने जोर देकर कहा कि निर्वाचन आयोग को मतगणना प्रक्रिया पर स्पष्ट दिशानिर्देश जारी करना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उनका कार्यान्वयन हो।