कांग्रेस विधायक दल के नेता व राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम से ईडी की टीम कई घंटों से पूछताछ कर रही है। टेंडर कमीशन घोटाला में मनी लांड्रिंग मामले की जांच कर रही ईडी ने छह मई को आलमगीर आलम के आप्त सचिव संजीव लाल के नौकर जहांगीर के आवास से रेड कर करीब 35 करोड़ रुपये नकद बरामद किया था। इस मामले में आलमगीर आलम से को ईडी ने पूछताछ के लिए समन किया था।
ईडी के एयरपोर्ट स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में 11 बजे उन्हें बुलाया गया था। उन्होंने पहले ही कह दिया था कि वे कानून को मानने वाले लोग हैं, ईडी कार्यालय जायेंगे। ईडी के सवालों का जवाब देंगे। आज मंगलवार को आलमगीर आलम समय से 15 मिनट पहले ही ईडी कार्यालय पहुंच गये। अपने साथ वे कुछ दस्तावेज भी लेते गये हैं। सूत्रों के अनुसार वहां उनसे कैश बरामदगी, टेंडर से कमीशन मामले को लेकर पूछताछ चल रही है। ईडी की रेड के बाद मंत्री आलमगीर आलम के आप्त सचिव संजीव लाल और उनके नौक जहांगीर आलम को गिरफ्तार कर लिया गया था। इसके ईडी दोनों को रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही थी। रिमांड अवधि खत्म होने के बाद ईडी के आग्रह पर रिमांड अवधि का 18 मई तक विस्तार किया गया है।
इस बीच 9 मई को संजीव लाल की पत्नी रीता से ईडी ने बरामद राशि को लेकर पूछताछ की थी। तब रीता ने कहा था कि पैसे के स्रोत के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। मंगलवार को ईडी ने दोबारा रीता को तलब किया और वे दोपहर ईडी कार्यालय पहुंच चुकी हैं। सूत्रों के अनुसार ईडी संजीव लाल, उनके नौकर जहांगीर आलम और पत्नी रीता की मौजूदगी में आलमगीर आलम से पूछताछ करने की तैयारी चल रही है।
टेंडर कमीशन घोटाला और उससे जुड़े मनी लांड्रिंग मामले में ईडी ने अदालत को बताया है कि ग्रामीण विकास विभाग में नीचे से ऊपर तक अधिकारियों का गिरोह टेंडर कमीशन घोटाला में शामिल है। रेड में इससे संबंधित कई साक्ष्य मिले हैं। जांच में पता चला है कि कई वरीय अधिकारियों, नेताओं के नाम पर वसूली कर टेंडर मैनेज किया जाता था। पूछताछ के आधार पर मिले फीडबैक के अनुसार टेंडर घोटाला में शामिल विभाग के कुछ और लोग जल्द ईडी के घेरे में आ सकते हैं।