गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला मंगलवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार की मौजूदगी में एनसीपी में शामिल हो गए। उन्हें पार्टी में शामिल करवाने के लिए पवार और प्रफुल्ल पटेल अहमदाबाद पहुंचे थे।
शंकर सिंह वाघेला कांग्रेस और भाजपा दोनों में ही रह चुके हैं। गुजरात विधानसभा चुनावों से पहले उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी थी और जन विकल्प नामक नामक मोर्चा बनाकर करीब 125 प्रत्याशी मैदान में उतारे थे। लेकिन सभी की जमानत जब्त हो गई थी।
पहले दिए थे संकेत
वाघेला ने पहले ही एनसीपी में शामिल होने के संकेत दे दिए थे। एनसीपी में शामिल होने के बारे में मीडिया में आई खबरों पर उन्होंने कहा था, ‘मैंने पवार साहब से इस मुद्दे पर चर्चा की है। मुझे लगता है कि यह अच्छी बात है।' उन्होंने कहा था कि सार्वजनिक जीवन में जनता के मुद्दों को उठाने के लिए एक अच्छे मंच की जरूरत होती है और किसी को भी ऐसी चीजों के लिए ना नहीं कहना चाहिए।
कांग्रेस और भाजपा दोनों छोड़ चुके हैं
गुजरात के वसन में शंकर सिंह वाघेला का जन्म 21 जुलाई, 1940 को हुआ था। 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले वाघेला ने कांग्रेस छोड़ दी थी। वाघेला (78) एक जाने माने क्षत्रिय नेता हैं। उन्होंने भाजपा के साथ अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी लेकिन 1995 में गुजरात में भाजपा के सत्ता में आने और उनके बजाय केशुभाई पटेल को मुख्यमंत्री बनाने के भाजपा के फैसले के बाद वह पार्टी से अलग हो गए और कांग्रेस का बाहर से समर्थन लेकर 1996 में गुजरात के मुख्यमंत्री बने।
बाद में वह कांग्रेस में शामिल हो गए और मनमोहन सिंह सरकार में कपड़ा मंत्री बने। कांग्रेस में प्रदेश रहे और गुजरात विधानसभा में विपक्ष के नेता के तौर पर भी काम किया। उन्होंने कांग्रेस में विभिन्न पदों पर काम किया।