रोहिंग्या मुसलमानों का समर्थन करना एक महिला भाजपा नेता को महंगा पड़ गया। महिला का आरोप है कि इसके चलते उनकी पार्टी ने उन्हें निष्कासित कर दिया।
अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, भारतीय जनता पार्टी के मजदूर मोर्चा की सदस्य बेनजीर अरफान का आरोप है कि रोहिंग्या मुस्लिम शरणार्थियों का समर्थन करने वाले उनके फेसबुक पोस्ट की वजह से उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया। बेनजीर का दावा है कि उनके पक्ष को जाने बगैर उसे "मनमाने ढंग से" निलंबित कर दिया गया।
मीडिया से बात करते हुए बेनजीर अरफां ने कहा कि जो सस्पेंसन लेटर उन्हें मिला है उसमें लिखा गया है- किसी दूसरी संस्था द्वारा आयोजित कार्यक्रम जो कि रोहिंग्या मुसलमानों के समर्थन के लिए था उसमें आपने बिना पार्टी की मर्जी से हिस्सा लेकर पार्टी के नियमों को तोड़ा है जिस कारण आपको तत्काल प्रभाव से पार्टी से बर्खास्त किया जाता है।
न्यूज18 के मुताबिक बेनजीर ने कहा,"मैं तीन तलाक का शिकार हुई हूं। नरेन्द्र मोदी सरकार का तीन तलाक के खिलाफ अभियान चल रहा है। अब मेरी खुद की पार्टी जिसके साथ मैं कई सालों से जुड़ी हूं, उसने मुझे तलाक दे दिया है। मुझे अपमानित किया गया है। मैं इस मुद्दे को पार्टी के हाई कमान तक ले जाऊंगी।”