वजह है कि इस दफा का चुनाव कांग्रेस और अकाली दल-भाजपा के बीच नहीं बल्कि आम आदमी पार्टी भी मैदान में है। परनीत कौर कहती हैं ‘चुनाव-चुनाव होता है और इस चुनाव को खासतौर पर हम गंभीरता से ले रहे हैं, किसी को कमजोर नहीं मान रहे। दस साल सत्ता से दूर होने पर कांग्रेसी भी एकजुट हैं। हमें बहुत मेहनत करनी है।’ कौर के अनुसार राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और उनके पति कैप्टन अमरिंदर सिंह पटियाला सीट से चुनाव लड़ेंगे जबकि स्वयं परनीत कौर दूसरे कांग्रेसी नेताओं के साथ राज्य में चुनाव की तैयारियों का जायजा लेंगी। तमाम विधानसभा सीटों पर निगाह रखेंगी।
कांग्रेस के युवा नेता सुखपाल सिंह खैरा आम आदमी पार्टी में शामिल हो चुके हैं तो कांग्रेस में भी अकाली दल से टूटकर पांच लोग शामिल हुए। ऐसे में पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के भतीजे और अकाली-भाजपा सरकार में वित्त मंत्री रहे मनप्रीत बादल के कांग्रेस में जाने के कयास तेज हो रहे हैं। गौरतलब है कि अकाली-भाजपा सरकार में मंत्री पद पर रहते हुए मनप्रीत बादल के प्रकाश सिंह बादल और सुखबीर सिंह बादल से विवाद हो गए थे। नाराज मनप्रीत ने सरकार और पार्टी से किनारा कर पीपल्स पार्टी ऑफ पंजाब नाम से अपनी नई पार्टी बना ली थी। हालांकि बीते चुनावों में मनप्रीत ने बुरी तरह हार का मुंह देखा लेकिन इस दफा उनके कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें हैं। इस सिलसिले में बात किए जाने पर परनीत कौर कहती हैं, ‘एक जैसी विचारधारा वालों का कांग्रेस नें स्वागत है। आने वाला चुनाव आसान नहीं है। मनप्रीत बादल अगर कांग्रेस में आते हैं तो पार्टी में उनका स्वागत किया जाएगा।’