केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पहलगाम आतंकवादी हमले के जवाब में पाकिस्तान में भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा किए गए हमलों के मद्देनजर बुधवार को सभी अर्द्धसैनिक बलों के प्रमुखों को निर्देश दिया कि वे छुट्टी पर गए अपने कर्मियों को वापस बुला लें।
शाह जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के साथ लगातार संपर्क में हैं। उन्होंने उनसे यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले आम नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाए।
गृह मंत्रालय के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, सभी अर्धसैनिक बलों की छुट्टियां तत्काल प्रभाव से रद्द कर दी गई हैं। गृह मंत्रालय ने आदेश दिया है कि BSF, CRPF, ITBP, SSB और CISF जैसे सभी प्रमुख अर्धसैनिक बलों के जवान पूरी सतर्कता के साथ ड्यूटी पर मौजूद रहें। सीमावर्ती इलाकों में अतिरिक्त तैनाती की जा रही है और इंटेलिजेंस इनपुट्स के आधार पर हाई अलर्ट जारी किया गया है।
भारत के ऐक्शन से पाकिस्तान में बौखलाहट है और वह जवाबी हमले की गीदड़भभकी दे रहा है। सूत्रों के मुताबिक, यह निर्णय किसी भी जवाबी कार्रवाई या आतंकी साजिश को रोकने के लिए लिया गया है। विशेष रूप से जम्मू-कश्मीर, पंजाब और राजस्थान बॉर्डर पर अतिरिक्त जवानों की तैनाती की जा रही है। रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट, मेट्रो और संवेदनशील प्रतिष्ठानों पर सुरक्षा बढ़ाई गई। केंद्रीय एजेंसियों और राज्यों की पुलिस को भी सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। हर मूवमेंट पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सैनिकों ने आधी रात डेढ़ बजे राफेल और क्रूज मिसाइलों के जरिए पाकिस्तान और पीओके के 9 आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया था। इस कार्रवाई में जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे संगठनों के ट्रेनिंग कैंप तबाह हुए और 90 से ज़्यादा आतंकियों के मारे जाने की खबर है।