चुनाव नतीजों से ठीक पहले विपक्ष को एकजुट करने के लिए जुटे आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कहा है कि जेडीएस नेता प्रधानमंत्री पद के लिए राहुल गांधी को प्राथमिकता दे रहे हैं। नतीजों के बाद मिलकर इस पर चर्चा करेंगे।
चंद्रबाबू नायडू अलग-अलग दलों के नेताओं से मिल रहे हैं। मंगलवार रात उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री और जेडीएस प्रमुख एचडी देवेगौड़ा से मुलाकात की। बेंगलुरु में हुई बैठक में कर्नाटक के मुख्यमंत्री कुमारस्वामी भी मौजूद रहे। नायडू ने चर्चा के बाद कहा कि जेडीएस नेता प्रधानमंत्री पद के लिए राहुल गांधी को प्राथमिकता दे रहे हैं। इसमें कोई बुराई नहीं है। नतीजों के बाद मिलकर इस पर चर्चा करेंगे।
वहीं देवेगौड़ा ने कहा कि जब तक परिणामों की घोषणा नहीं हो जाती है, हम गठबंधन को लेकर कोई चर्चा नहीं कर रहे। हालांकि, वे इससे पहले कह चुके हैं कि जब राहुल गांधी प्रधानमंत्री बनेंगे तो अनुभव के आधार पर मैं उनके बगल में बैठूंगा। इससे पहले दिल्ली में राहुल गांधी के साथ मुलाकात के दौरान नायडू ने कहा था कि हमें चुनाव नतीजों के लिए रणनीतिक तौर पर तैयार रहना चाहिए। यदि भाजपा बहुमत से दूर रहती है, तो हमें सरकार बनाने के लिए मजबूत दावा पेश करने की तैयारी करनी चाहिए।
गैर भाजपा मोर्चा बनाने में जुटे हैं नायडू
बता दें कि चंद्रबाबू कुछ महीने पहले तक एनडीए में थे। आंध्र को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिलने से नाराजगी के चलते उन्होंने गठबंधन छोड़ दिया। अब वे गैर-एनडीए दलों को एक साथ लाने के लिए नायडू बीते शनिवार-रविवार को दो बार कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और एनसीपी नेता शरद पवार से मुलाकात कर चुके हैं। सोमवार को कोलकाता में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मिले थे। उन्होंने यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी, आप संयोजक अरविंद केजरीवाल, भाकपा नेता सुधाकर रेड्डी, लोकतांत्रिक जनता दल के नेता शरद यादव, बसपा प्रमुख मायावती और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से भी मुलकात कर चर्चा की थी।
‘नायडू बेवजह खुद को थका रहे’
चंद्रबाबू नायडू की कवायदों को लेकर एनडीए की सहयोगी पार्टी शिवसेना ने सामना के संपादकीय में उन पर जोरदार तंज कसा था। शिवसेना ने कहा था कि चंद्रबाबू बेवजह खुद को थका रहे हैं। विपक्ष में पहले ही प्रधानमंत्री पद के लिए पांच नेता लाइन में हैं। विश्वास है कि आपका उत्साह 23 मई तक बना रहेगा।