वाजपेयी सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे शौरी को भाजपा की सक्रिय राजनीति से बाहर कर दिया गया है। इंडिया टुडे टीवी के टू द प्वाइंट प्राेग्राम में करण थापर को दिए गए 40 मिनट के साक्षात्कार में शौरी ने पीएम मोदी पर जमकर भड़ास निकाली। मोदी सरकार के दो साल के कामकाज का विश्लेषण करते हुए उन्होंने कहा कि आगे के तीन सालों में भी विशेष रणनीति और चतुराई के साथ नागरिकों की आजादी के हनन का प्रयास इस सरकार द्वारा किया जाएगा। इसमें कोई संदेह नहीं है। शाौरी ने कहा कि मोदी धमक और निरंकुश भाव से देश को चलाने की और कोशिश करेंगे। पीएम मोदी को साफ तौर पर अहंकारी नेता की संज्ञा देते हुए शौरी ने कहा कि वह अपने आपको अतिरंजित हद तक सही मानते हैं। अपने हर काम को सर्वोत्तम मानने की उनकी सोच सही नहीं है। उनके कामकाज ने मैकियावेली के उस सिद़धांत की याद दिला दी है, जो कहता है कि अपने को फायदा पहुंचाने के लिए शोषण एक बेहतर तरीका है। इससे पहले भी पीएम मोदी पर हमला बोलने वाले शौरी ने कहा कि मोदी लोगों का उपयोग करने के बाद उन्हें सीधे फेंक देते हैं। एक तरह से मोदी लोगों को पेपर नैपकिन समझते हैं। अगस्तावेस्टलैंड मामले में माेदी सरकार की आलोचना करते हुए शौरी ने कहा कि केंद्र सरकार ने इटली की अदालत द्वारा मामले में दोषमुक्त किए गए कंपनी के दो पूर्व प्रमुख ग्यिूसेप ओरसी और ब्रूनो स्पाग्निली के खिलाफ अपील नहीं की। शौरी के अनुसार मामले की जांच के दौरान इटली की अदालत ने भारत सरकार पर असहयोग करने का आरोप लगाया था। यह सब बताता है कि मोदी सरकार मनमाने ढंग से काम कर रही है।